युवाओं को बनाया जा रहा है नशे का आदी

एलाऊ/मैनपुरी:–थाना एलाऊ क्षेत्र के ग्राम जटपुरा में इन दिनों युवाओं व बच्चों को नशेड़ी बनाने का कार्य किया जा रहा है। जटपुरा गांव में ताडी के नाम पर उसमें माइंडेक्स नामक नशीले पदार्थ की गोलियां मिलाकर बुजुर्गों, युवाओं व बच्चों को ज़हर पिलाया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश में दर्जनों की संख्या में एनजीओ नशा मुक्ति भारत अभियान चलाकर खासकर युवाओं को नशामुक्ति बनाने का कार्य कर रहे हैं, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी लोग अपनी जेब भरने के लिए युवाओं को नशे के दलदल में झोंक रहे हैं। प्राकृतिक जूस के नाम पर ये नशा माफिया ताडी में नशीला पदार्थ मिलाकर युवाओं को पीने के लिए प्रेरित करते हैं जिससे क्षेत्रीय युवाओं के भविष्य पर खतरे के बादल दिनों दिन छाते जा रहे हैं।
इन सब में सबसे अहम बात यह है कि इन ताडी विक्रेताओं के पास न तो कोई वैध लाइसेंस है और न ही कोई शासन प्रशासन से अनुमति लेकिन फिर भी इन नशे के सौदागरों का नशे का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है, सोचनीय है कि यदि कोई युवा या बच्चा इस मिलावटी पदार्थ का सेवन करता है और उसकी मौत हो जाती है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा।
इसलिए क्षेत्र में कोई बड़ी घटना घटित हो इससे पहले ही शासन प्रशासन को चाहिए कि बिना ठेका लाईसेंस के एवं नशीले पदार्थ मिलाकर ताडी बेचने पर तत्काल रोक लगाई जाए, जिससे युवाओं को नशे के दलदल में धंसने से रोका जा सके एवं देश का भविष्य कहे जाने वाले युवाओं के भविष्य को उज्जवल किया जा सके।