एटा के निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज की तीसरी मंजिल से मजदूर गिरा हालात गंभीर

एटा/उत्तर प्रदेश:(संबद्धता वैभव पचौरी)–जनपद मुख्यालय के डाक बगलिया में निर्माणाधीन वीरांगना अवंती बाई मेडिकल कॉलेज मैं गुरुवार प्रातः निर्माण कार्य करते समय मजदूर के तीसरी मंजिल से नीचे गिर जाने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया जिसे गंभीर हालत में चिकित्सकों ने आगरा रैफर किया गया है।
मजदूर के गिरने से वहाँ कार्य कर रहे मजदूरों में हड़कंप मच गया। उक्त घटना के बाद भी कार्यदाई संस्था द्वारा कोई सबक न लेकर वर्तमान में भी बिल्डिंग की सातवीं मंजिल पर बिना किसी जाल व सुरक्षा के निर्माण कार्य किया जा रहा है दुर्घटना की संभावना जिससे किसी भी समय पुणे किसी बड़ी दुर्घटना की संभावना प्रबल होती दिखाई दे रही है। घटना के संबंध में कार्यदाई संस्था बाबा कंस्ट्रक्शन के प्रोजेक्ट मैनेजर प्रबल प्रताप सिंह ने बताया की मध्य प्रदेश के जनपद सागर निवासी 45 वर्षीय गणपति आज डाक बगलिया में चल रहे निर्माण कार्य मैं बीते एक माह से चिनाई का कार्य कर रहा था जो आज प्रातः अचानक चिनाई करते समय तीसरी मंजिल से नीचे गिर गया जिसे तुरंत मैडिकल कालेज में भर्ती कराया गया जहां से उसे चिकित्सकों ने मैडिकल कालेज आगरा रैफर किया गया है। प्रबल प्रताप के अनुसार मजदूर की हालत सामान्य है जबकि चिकित्सकों ने उसकी हालत गंभीर बताते हुए उसे आगरा रेफर किया गया है। उन्होंने बताया एटा के मेडिकल कॉलेज में कोई भी सुविधा नहीं है मजदूर की गिरने के बाद सीटी स्कैन तथा अन्य जाचों की आवश्यकता थी जो एटा में न होने के कारण उसे आगरा एसएन कॉलेज में भेजा गया है। उन्होंने कहा कि हमारे द्वारा प्रत्येक मजदूर को हेलमेट तथा सीट बेल्ट लगाने सहित सभी सुरक्षा चक्र अपनाने के निर्देश दिए हैं किंतु वह उनका प्रयोग नहीं करते कुछ महा पूर्व नवनिर्मित मेडिकल कॉलेज की बिल्डिंग से एक छात्रा ने भी छलांग लगाकर जान दे दी थी घटनास्थल पर मौजूद एक मजदूर ने बताया इससे पूर्व भी हमारा एक मजदूर साथी बिल्डिंग पर कार्य करते समय गिर चुका है जिसमें भी मेडिकल कॉलेज की निर्माणाधीन एजेंसी की ही लापरवाही सामने आई थी। आपको बताते चलें पूर्व में भी कई बार निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज की लापरवाही को लेकर मौहल्ला डाकबगलिया वासियों द्वारा शिकायतें की जाती रही है तथा ठेकेदार द्वारा किसी भी जनहानि या आवश्यक सुरक्षा के दिशा निर्देशों का पालन नहीं किया जाता रहा है उनके द्वारा निर्माण में न तो आज तक जाल का प्रयोग किया गया और न ही हेलमेट बेल्ट आदि का प्रयोग किया जाता है। जिस कारण गरीब तबके के बाहरी जनपदों प्रदेशों से आए मजदूरों की जान हमेशा खतरे में रहती है। किंतु निर्माणाधीन कंपनी द्वारा उनकी सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए जाते मोहल्ला डाकबंगला निवासी धर्मेंद्र कुमार ने बताया की मेडिकल कॉलेज की लापरवाही के चलते हम लोगों व राहगीरों की जान कई बार बची है बिल्डिंग के ऊपर से ईटें पत्थर आदि कई बार हम लोगों के घरों पर आकर गिरे हैं।लगातार शिकायत करने पर उनके द्वारा कोई भी ध्यान नहीं दिया जाता साथ ही बिल्डिंग निर्माणाधीन बिल्डिंग के आस पास चारों ओर गंदगी का साम्राज्य है जलभराव है।