मुस्तफा के दीवाने घर से जब निकलते हैं, रहमतों के बादल साथ-साथ चलते हैं

15वां उर्स मजीदी व ज़फरी का आयोजन
झांसी/उत्तर प्रदेश/संवाददाता सुल्तान आब्दी:– जीवन शाह कब्रिस्तान मे स्थित दर्गाह सूफी हज़रत मजीद उल औलिया व सूफी ज़फर उल औलिया के सज्जादा नसीन सूफी मुबीन मियां की ज़ेरे परस्ती में व सूफी नासिर की ज़ेरे निगरानी में मुकद्दस उर्स मजीदी व उर्स ज़फरी का तीन दिवसीय कार्यक्रम संपन्न हुआ इस दौरान सूफी मजीद उल औलिया व सूफी ज़फर उल औलिया के मुरीदैन जनपद झाँसी, खंडवा, जलगांव, अहमदाबाद , महाराष्ट्र, मुरादाबाद से चल कर आए उर्स पहले दिन जश्न चरागाह मनाया गया , इस दौरान दरगाह शरीफ को चिरागों की रोशनी से जगमगाया गया बाद में फातह का एहतमाम किया गया। उर्स के दूसरे दिन महफिले शमा व चादर पोशी की कर जलसे का आयोजन किया गया जलसे में पूरी रात दूर-दराज से आए मुरीदों ने अपने पीर की याद में मग्न होकर झूम- झूम कर रो-रो कर देश में अमन और चैन की दुआ की।
ख्वाजा हसन के लाल सूफी मजीद उल औलिया व सूफी ज़फर उल औलिया के तीन दिवसीय उर्स में जश्न मनाते हुए मुरीदों ने कहा कि हमारे पीर का सज़रा मुस्तफा से मिलता है, मेरा पीर भरा हुआ है खुशियों को आता करता है, मुसीबतों को दूर करता है, पीर की याद में झूमना उनका हज और नमाज है, पीर की हर अदा पर उन्हें नाज है, इससे मोहब्बत करने पर मुर्शिद मिला । इस दौरान दरगाह कमेटी अध्यक्ष अकरम पठान ने कहा कि मुस्तफा के दीवाने घर से जब निकलते हैं, रहमतों के बादल भी उनके साथ- साथ चलते हैं । इस दौरान हाफिज अजहर, हाफिज सलमान, दिलकश आगरा, सूफी नासिर, अब्दुल खालिद, सैयद जाफर, सूफी असलम, सूफी नजमुद्दीन, निजामुद्दीन, शमसुद्दीन, मोहम्मद शमी, आरिफ खान , आमिर खान, मोहम्मद नहीद, बशारत अली, सईद सहित अकीदत मन मौजूद रहे। आभार दरगाह कमेटी के अध्यक्ष अकरम पठान व्यक्त किया।