जब किसी अनजान को जनप्रतिनिधि सहित समाज सेवियों से भी नही मिला सहारा तब अनजान व्यक्ति का खाकी वाला बना सहारा आखिर कहां गए आज गरीबो के मसीहा

बलरमपुर/उत्तर प्रदेश:(गुलाम नबी कुरैशी)– यूपी के जनपद बलरामपुर में एक गरीब परिवार का नाती निदान हास्पिटल में भर्ती है जिसे रक्त की आवश्यकता था परंतु काफी लोग से कहने के बाद भी जब उसे रक्त नही मिला तब खाकी के जवान में आपना रक्त निकलवाकर दिया जिससे गरीब परिवार के बच्चे की जान बच सके,रक्त दान देना वाला खाकी वाला व्यक्ति बलरामपुर मुख्यालय से 5 किलो मीटर की दूरी का निवासी है जिनका नाम उमेश पाठक है रविवार को उमेश पाठक ने जिला संयुक्त चिकित्सालय से रक्त निकलवाकर रक्तदान के लिए अन्य लोगो को भी प्रेरित किया और यह कहा कि यदि किसी को और ब्लड की जरूरत हो तो बेझिझक हमसे कह सकता है हम खून सभी को देते है और दे भी सकते है अभी भी यदि किसी का जीवन मेरे खून से बच जाए तो इससे अच्छा और क्या है ।
रक्तदान कर्ता ने बताया ने की निदान हास्पिटल के डॉ द्वारा बताया गया कि 200 ग्राम खून आवश्यकता है मैं लिख रहा हूँ आप संयुक्त अस्पताल जाकर निकलवा लाइये फिर में बच्चे को चढ़ाता हूँ परन्तु ब्लड निकलवाने के बाद रक्तदान कर्ता को ज्यादा लगा तो वह वहां से ब्लड का थैली लेकर निकल आये और निदान हास्पिटल में वजन किये तो पता चला कि यह 550 ग्राम है तब रक्तदान कर्ता ने वीडियो फ़ोटो बनाकर सोसल मीडिया पर वायरल कर दिया और बताया कि बिना मेरे मर्जी में मेरा अधिक खून निकाल लिया गया जिसकी शिकायत मैने जिलाधिकारी बलरामपुर के व्हाट्सएप पर भी किया है और सुबह मिलकर भी करूँगा और खून निकालने का पैसा अधिक पैसा ले लिया गया है संयुक्त चिकित्सालय में लूट फातिया मचा हुआ है जब इसे सम्बन्ध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी के से दूर भाष करने का सम्पर्क किया गया तो फोन नही उठा रक्तदाता उमेश पाठक ने कहा कि रक्तदान सबसे बड़ा दान है। रक्तदान करने से किसी व्यक्ति का जीवन बच सकता है। दुर्घटना एवं गंभीर बीमारियों तथा आपरेशन वाले मरीजों को अक्सर खून की जरूरत होती है। खून के लिए लोग दर-दर भटकते हैं, ऐसे में रक्तदान से मरीजों को काफी फायदा मिलता है ।