हीट वेव/लू प्रकोप एवं गर्म हवा से बचने के लिए जिलाधिकारी द्वारा जारी किया गया ‘‘क्या करें क्या न करें

झांसी/उत्तर प्रदेश:(संवाददाता सुनील जैन)– हीट वेव/लू प्रकोप एवं गर्म हवा से बचने के लिए जिलाधिकारी द्वारा जारी किया गया ‘‘क्या करें क्या न करें’’ उ0प्र0 राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण के द्वारा जारी विभिन्न हैण्डबिल पोस्टर जानकारियों से जनहित को किया जाए जागरूक हारेगी गर्मी जितेगा जनपद/उत्तर प्रदेश लू/उष्माघात जानलेवा हो सकता है इसके बचाव ही उपचार है, जिलाधिकारी के नेतृत्व में जनपदस्तरीय हीट वेव प्रबन्धन समिति का होगा गठन।
गर्मी का मौसम दस्तक दे चुका है और तापमान में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। गर्मी के सीजन की शुरूआत विगत वर्ष तापमान की अपेक्षा दो से तीन डिग्री तापमान से हुई है। असंतुलित जलवायु परिवर्तन का असर मौसम पर सीधे देखने को मिल रहा है। अनुमान है कि इस वर्ष पिछले साल की अपेक्षा अधिक गर्मी पड़ेगी।
जिलाधिकारी श्री रविंद्र कुमार ने बताया कि आने वाले दिनों में सम्भावित हीट वेव/लू से बचाव को लेकर जनपद वासियों को अभी से सर्तक रहना होगा तथा लू से बचाव के उपायों को जाने एवं अपना व समुदाय का बचाव कर सके।
जिलाधिकारी ने उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण द्वारा जारी विभिन्न एडवाइजरी/सलाह/क्या करें, क्या न करें, विषयक पम्पलेट, पोस्टर को जारी करते हुए जनपदवासियों को ‘‘लू प्रकोप एवं गर्म हवा’’ से बचाव हेतु जानकारी साझा किए जाने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने बताया कि जनपदस्तरीय हीट वेव प्रबन्धन समिति का गठन भी किया जा रहा है। जिसमें समिति के सदस्यों द्वारा किसानों से लेकर आम लोगो को अलग-अलग तरीके के ऐहतियार बरतने हेतु जागरूक किया जाएगा।
लू से जन-हानि भी हो सकती है। इसके असर को कम करने के लिए और लू होने मौत की रोकथाम के लिए निम्न सावधानिया बरते-कड़ी धूम में बाहर न निकलें, खासकर दोपहर 12 से 3 बजे तक के बीच में जितनी बार हो सके पानी पियें, प्यास न लगे तो भी पानी पियें हल्के ढीले ढीले सूती कपड़े पहनें।
उन्होंने कहा कि धूप से बचने के लिए गमछा, टोपी, का चश्मा, और चप्पल का इस्तेमाल करें। सफर में अपने साथ पानी रखें। मदिरा, चाय, कॉफी जैसे पेय पदार्थों इस्तेमाल करने से बचें, यह शरीर को निर्जलित कर सकते है। अगर आप बाहर जा रहे हैं तो टोपी, गमछा छाते इस्तेमाल जरूर करें और गीले को अपने चेहर सीर और गर्दन पर रखें, अगर आपकी तबियत ठीक न लगे या चक्कर आए तुरन्त डॉक्टर से सम्पर्क घर पेय पदार्थ जैसे कि लस्सी, नमक चीनी घोल, नींबू पानी, छाछ, आम का पन्ना, इत्यादि का सेवन करें।
उन्होंने आव्हान करते हुए कहा कि जानवरों को छांव रखें उन्हें खूब पानी दें। अपने घर को ठंड़ा रखें, पर्दे शटर का इस्तेमाल करे। रात में खिड़कियाँ खुली रखें। फैन, ढीले कपड़े का उपयोग करें। ठंडे से बार बार नहाएं ।
उन्होंने हीट वेव/लू प्रकोप एवं गर्म हवा से बचने के लिए ‘‘क्या करें क्या न करें’’- धूप में खड़े वाहनों में बच्चें एवं पालतू जानवरों को न छोड़ें। खाना बनाते समय कमरे की दरवाजे की खिड़की एवं दरवाजे खुले रखें जिससे हवा का आना-जाना बना रखें, नशीले पदार्थ शराब तथा अल्कोहल के सेवन से बचें। उच्च प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ का सेवन करने बचें। बासी भोजन करें खिड़की को रिफ्लेक्टर जैसे एल्युमीनियम पन्नी, गत्ते इत्यादि ढक रखें, ताकि बाहर की गर्मी को आने से रोका जा सके। उन खिड़कियों व दरवाजों पर जिनसे दोपहर के समय गर्म हवाएं आती है, काले पर्दे लगाकर रखने चाहिए। स्थानीय मौसम पूर्वनुमान को और आगामी तापमान होने वाले परिवर्तन के प्रति सतर्क रहे। आपत् से निपटने लिए प्राथमिक उपचार प्रशिक्षण लें बच्चों पालतू जानवरों कभी भी वाहन अकेला ना छोड़े।
जिलाधिकारी ने जनपद वासियों से अपील करते हुए कहा कि जहाँ संभव हो घर में ही रहें तथा सूर्य के सम्पर्क से बचें। सूर्य के ताप से बचने के लिए जहॉ तक संभव हो नीचली मंजिल पर रहें। संतुलित, हल्का नियमित भोजन करें घर बाहर अपने शरीर व सिर को कपड़े या टोपी से ढक कर रखें।