राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम के तहत,डीएम की अध्यक्षता में हुई जनपदीय अंतर विभागीय समन्वय समिति की बैठक

लखीमपुर खीरी/उत्तर प्रदेश:(चांद मियां)– राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम के तहत सोमवार को डीएम महेंद्र बहादुर सिंह की अध्यक्षता में जनपद स्तरीय अंतर विभागीय समन्वय समिति की बैठक हुई।
डीएम ने राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम के तहत कृमि संक्रमण के लक्षण, दुष्प्रभाव सहित बचाव, इलाज एवं फायदों के व्यापक प्रचार-प्रसार करें। निर्देश दिए कि कार्यक्रम क्रियान्वयन हेतु बेहतर रणनीति के साथ समुदाय स्तर पर डीवार्मिंग के फायदे बताए। डीएम ने निर्देश दिए कि डीवार्मिंग क्रियान्वयन की रणनीति पर माइक्रो प्लान के तहत लक्षित आयुवर्ग को दवा खिलाने पर फोकस करें।
बैठक की शुरुआत में कार्यक्रम के नोडल अधिकारी एसीएमओ डॉ आदिम ने कार्यक्रम की आवश्यकता एवं प्रासंगिकता बताइ। कृमि संक्रमण का इलाज सुरक्षित, लाभकारी डीवार्मिंग टेबलेट (एल्बेंडाजोल) का उपयोग किया जाए। डीवार्मिंग के फायदे बताते हुए एसीएमओ ने कहा कि स्वास्थ्य, पोषण में सुधार, रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि, एनीमिया नियंत्रण, समुदाय में कृमि संक्रमण के व्यापकता में कमी, सीखने की क्षमता, कक्षा में उपस्थिति में सुधार, वयस्क होने पर काम करने की क्षमता, आय में बढ़ोतरी होगी। बैठक में दवा वितरण योजना एवं निर्धारित खुराक एवं अन्य महत्त्वपूर्ण दिशा निर्देश, प्रतिकूल घटना प्रबंधन प्रशिक्षण की रूपरेखा प्रशिक्षण एवं सामुदायिक जागरूकता पर चर्चा हुई।
उन्होंने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्रों पर 01 से 05 वर्ष तक के बच्चों व 06-19 वर्ष तक के ऐसे बच्चे जो स्कूल से वंचित हैं, उन्हें निकटवर्ती आंगनबाड़ी केंद्रों पर एवं अन्य बच्चों को उनके स्कूलों में यह दवा निशुल्क खिलाई जाएगी।
- बैठक में एडीएम संजय सिंह, एसीएमओ डॉ आदिम, डॉ अश्विनी,डॉ वीसी पंत, सहित संबंधित विभागों के आप सर मौजूद रहे।