यूपी किसान कांग्रेस के बैनर तले जनपद झांसी के ग्राम मेढकी में आज विशाल किसान पंचायत का आयोजन

झांसी/उत्तर प्रदेश:(संवाददाता सुल्तान आब्दी)–यूपी किसान कांग्रेस के बैनर तले जनपद झांसी के ग्राम मेढकी में आज विशाल किसान पंचायत का आयोजन हुआ जिसमें 2022 बर्बाद खरीफ फसल का मुआवजा बीमा क्लेमब गांव में गौशाला निर्माण प्रधानमंत्री सम्मान निधि अघोषित विद्युत कटौती वृद्धा पेंशन जैसी ज्वलंत समस्याओं को लेकर आज किसान कांग्रेस ने मोर्चा खोलते हुए जिम्मेदारों के घेराव की घोषणा की। 31दिसंबर 2022 दिन शनिवार को आयोजित यूपी किसान कांग्रेस की पंचायत में किसानों ने अपनी अपनी पीड़ा रखते हुए अपनी-अपनी किस्मत को कोसते हुए अपने दर्द को बयां किया, किसानों ने बताया साहब इस भीषण सर्दी में चना मटर राई गेहूं की फसलों को अन्ना जानवरों से बचा पाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है। इस कमरतोड़ महंगाई में डीएपी एवं यूरिया खाद ब्लैक में लेकर महंगी लागत लगाकर खेतों में फसल बोई है फसलें तैयार हो रही हैं अब अन्ना जानवरों से फसलें बचाना मुश्किल हो रहा है। गांव में गौशाला ना होने से 24 घंटे खेतों की चौकीदारी करनी पड़ रही है कई बार शासन प्रशासन को अवगत कराया गया कि गांव में गौशाला का निर्माण कराया जाए लेकिन आज तक गांव में गौशाला का निर्माण नहीं हो सका इसके पहले खरीफ फसल नष्ट हुई जिसमें तिली उर्द मूंग की फसलें नष्ट हुई थी बैंकों के द्वारा बीमा प्रीमियम काटा गया ना तो हमको बीमा क्लेम मिला ना मुआवजा ही मिल पाया। घर के जेवर गिरवी रखकर रबी फसल में लागत लगाई है अब 24 घंटे फसलों पर अन्ना जानवरों का खतरा मंडरा रहा है किसानों ने बताया साहब प्रधानमंत्री सम्मान निधि एवं वृद्धा पेंशन नहीं मिल रही है तहसील के चक्कर लगा लगा कर थक चुके हैं। कोई सुनवाई नहीं हो रही है यूपी किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शिव नारायण सिंह परिहार ने पंचायत को संबोधित करते हुए कहा केंद्र व प्रदेश सरकार ने 2022 में किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था 2022 का आज आखिरी दिन है और आज जो किसानों की दशा व दिशा है वो किसी से छुपी नही है वह और दयनीय हो चली है किसानों की आय दुगनी नहीं हुई खेतों की लागत दुगनी हो गई महंगाई दुगनी हो गई खेती घाटे का सौदा साबित हो रही है। किसान अपने खेतों का पहरेदार बन कर रह गया है। सरकारी योजनाएं गांव पहुंचने से पहले रास्ते में दम तोड़ देती है ।गांव में गौशाला निर्माण विद्युत कटौती मुआवजा बीमा क्लेम जैसी किसानों की ज्वलंत समस्याओं का निराकरण नहीं होता तो किसान कांग्रेस जिम्मेदारों का घेराव करेगी जिसकी जिम्मेवारी सरकार की होगी। पंचायत में प्रमुख रूप से आलम आर्य घनसु अहिरवार मनीराम श्रीवास लखनलाल किशोरीलाल धनीराम अहिरवार बहादुर कोरी राजभर कोरी परसराम श्रीवास नोरीलाल नारायण दास प्रजापति मिलन श्रीवास जमुना विश्वकर्मा कृपाल बरार अमर सिंह पटेल राम दास अहिरवार ईश्वरदास श्रीवास अवधेश कोरी रति राम अहिरवार संजू मिश्रा रिंकू राजू तिवारी फूलचंद अहिरवार राजकुमार बरार जितेंद्र कुमार अहिरवार सोनू श्रीवास रामदीन कुशवाहा रमेश नाउ लाल चंदा आर्य परमानंद प्रजापति मोतीलाल चंदू कोरी जमुना कोरी प्रमोद श्रीवास राजाराम गोटीराम बाबूलाल भूललन अहिरवार लक्ष्मण दास सेठ फूलचंद आर्य रनमत कुशवाहा कल्लू कोरी राकेश आर्य चंद्रपाल केशव प्रमोद सुकलाल बालकिशन भगवानदास गुलाब सीताराम प्यारेलाल बेधड़क किशोरी लाल यादव शेखर राज बडोनिया हरिशचंद्र मिश्रा बिहारी सिंह तोमर रामाधार निषाद रामचंद्र बुड़िया सहित सैकड़ों किसान उपस्थित रहे।