“Blued Gay Dating App” से दोस्त बने दो युवकों ने अपहरण कर फिरौती मांगने के बाद कर दी हत्या, सुनसान मकान में दफ़न मिला मृतक का शव

महोबा/उत्तर प्रदेश:( संवाददाता इसराईल कुरैशी)–- महोबा में 4 दिन पूर्व युवक का अपहरण कर फिरौती मांगने के मामले में पुलिस की छानबीन के बाद शहर के बाहर सुनसान इलाके में बने मकान में युवक का दफन शव बरामद होने से हड़कंप मच गया। “Blued Gay Dating App” के माध्यम से मिले दो युवकों ने इस दिल दहला देने वाली वारदात को अंजाम दिया है। युवक का अपहरण और फिर हत्या से परिवार में कोहराम मचा हुआ है । पुलिस ने दोनों ही हत्या आरोपियों को गिरफ्तार कर आलाकत्ल भी बरामद कर लिया वही शव का पोस्टमार्टम कराकर अग्रिम कार्यवाही पुलिस करने में जुटी हुई है।
दिल दहला देने वाली यह सनसनीखेज वारदात महोबा शहर कोतवाली क्षेत्र की है। जहां मोहल्ला बाडीहाट निवासी 20 वर्षीय जितेंद्र यादव बचपन से ही अपने मामा गजराज यादव के यहां रह रहा था। माता-पिता की मौत के बाद से उसकी परवरिश उसके मामा गजराज ने ही की है, लेकिन मामा गजराज को क्या पता था कि गलत संगत उसके भांजे की मौत का कारण बन जाएगी । मृतक जीतेन्द्र को समलैंगिक दोस्ती और संबंध बनाने की आदत थी।जिसके चलते वह “Blued Gay Dating App” के माध्यम से लोगों के संपर्क में मिलने का काम करता था। इसी डेटिंग ऐप के माध्यम से उसकी मुलाकात चंद्रिका देवी मंदिर के पास किराए से रहने वाले चरखारी निवासी नितेन्द्र कुशवाहा और फतेहपुर जनपद के दरौटा गांव निवासी सूरज सेंगर से दोस्ती हुई थी। इस ऐप के माध्यम से मुलाकात होने के बाद तीनों के बीच नजदीकियां बहुत खास हो गई। ऐसे में बातों ही बातों में अपराधिक प्रवृत्ति के दोनों युवकों नितेन्द्र और सूरज को जब पता चला कि मृतक जितेंद्र यादव के पास करीब 10 बीघा जमीन है तो इनके शैतानी दिमाग में जल्द अमीर बनने की लालच में एक साजिश को अंजाम दे डाला। बीती 22 मार्च को मृतक जितेंद्र को मिलने के लिए शहर से बाहर मामना रोड रेलवे पुल के पास बुला लिया और उसका मुंह दबाकर हाथ पैर बांध वारदात को अंजाम देने के लिए दो दिन पूर्व किराए पर लिए गए सुनसान मकान में ले गए और धमकाते हुए मृतक जितेंद से ही मामा को फोन लगवाकर 5 लाख रूपये फिरौती की मांग की,लेकिन मांग पूरी ना होने पर और पकड़े जाने के डर से रस्सी से गला घोंटकर जीतेन्द्र की दोनों ने हत्या कर दी। और साक्ष्य मिटाने के लिए उसी मकान में गड्ढा खोदकर मृतक जितेंद्र के शव को दफना दिया गया और मकान का ताला बंद कर अपने किराये के मकान में अंजान बनकर रहने लगे। मगर कानून के लम्बे हाथों से दोनों ही हत्यारोपी नहीं बच पाए। बीती 23 मार्च को हत्यारोपियों द्वारा फिर मृतक जितेंद्र के फोन से ही उसके मामा से 5 लाख रूपये फिरौती की मांग क्र डाली। वहीँ मृतक के मामा की तहरीर पर पुलिस अपहरण की गुत्थी सुलझाने में जुटी हुई थी तो पुलिस अधीक्षक अपर्णा गुप्ता ने भी मामले में गंभीरता दिखाते हुए सर्विलांस सहित 4 टीमों का गठन किया था। लेकिन आज जब पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि दो युवक मामना रोड रेलवे ट्रेक के पास संदिग्ध खड़े है तो कोतवाली पुलिस सहित प्रभारी सर्विलांस टीम ने घेराबंदी कर बल प्रयोग के बाद दोनों ही हत्यारोपियों को पकड़ लिया। जिनकी जामा तलाशी से पुलिस ने मृतक का मोबाइल भी बरामद कर लिया साथ निशानदेही पर मकान में दफन मृतक जीतेन्द्र की लाश को भी बरामद कर किया है। जीतेन्द्र का शव मिलने से उसके मामा और परिवार में कोहराम मच गया। पुलिस ने आलाकत्ल और शव दफनाने के लिए उपयोग की गई सब्बबढ़ाते हुए हत्या और साक्ष्य मिटाने की धाराओं को बढाकर दोनों को ही जेल भेजने की कार्यवाई की है।