August 10, 2025

कुरावली के राजकीय महिला महाविद्यालय में वृक्षारोपण किया गया

 कुरावली के राजकीय महिला महाविद्यालय में वृक्षारोपण किया गया

महाविद्यालय के स्टाफ ने 160 पैड़ो का लक्ष्य किया पूरा

कुरावली/मैनपुरी:(दिलनवाज)–कुरावली के राजकीय महिला महाविद्यालय में आज 5 जुलाई 2022 को सोमवार के दिन बृहद वृक्षारोपण मनाया गया। शासन की मंशा के अनुसार इस अवसर पर विद्यालय प्रकरण में 160 पौधों का लक्ष्य पूरा किया गया। जिसमे शहतूत, जामुन, कनैर, चाँदनी, केसरिया, गुलहड़, तिकोना और अमरूद के पौधे लगाए गए तथा एक युवा अम्रत वन की स्थापना कर पौधे रोपण किये गए। इस अवसर पर एक औषधि वन की भी स्थापना की गई जिसके अंतर्गत औषधीय पौधे लगा कर वन तैयार किया गया। यह वृक्षारोपण कार्यक्रम महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ संतोष कुमार की अध्यक्षता में किया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य वनस्पति विज्ञान के विशेषज्ञ है, जिन्होंने भिन्न भिन्न प्रकार के पौधों की जानकारी प्रदान कर रखी है। जुलाई के प्रथम सप्ताह में प्रकृति के प्रति लोगो को जागरूक करने के लिए इस वृक्षारोपण मोहत्व को मनाया गया है। यह एक वार्षिक वृक्षारोपण महोत्सव है जिसमे पूरे देश मे वृक्षारोपण किया जाता है। राजकीय महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ संतोष ने इस अवसर पे लोगो से अपील की कि अधिक से अधिक वृक्षारोपण करे और लगे हुए वृक्ष की देख भाल करे जिससे प्रकृति के संतुलन बना रहे और मनुष्य को स्वक्ष वातावरण उपलब्ध रहे। महाविद्यालय में वृक्षारोपण मोहत्व मनाने के दौरान डॉ संतोष कुमार, डॉ नरेंद्र सिंह, डॉ सतीश कुमार, तथा डॉ अंजना जडोंन उपस्थित रही। तो वही महाविद्यालय का स्टाफ कु वर्धिका और श्री महीपाल ने भी उत्साह के साथ बढ़ चढ़ के हिस्सा लिया।

वृक्षारोपण को लेकर महाविद्यालय की अपील

राजकीय महिला महाविद्यालय कुरावली में कार्यरत डॉ अंजना जादौन ने लोगो से इस अवसर पर अपील करी की अधिक से अधिक वृक्षारोपण किया जाए जिससे आने वाले समय मे किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े, क्योकि वृक्षारोपण ही एक मात्र रास्ता है जिससे हम सभी पर्यावरण को संतुलित रख सकते है। वृक्षारोपण के अनेकों लाभ है जैसे :– वायुमंडल को शुद्ध बनाने, मिट्टी की उवर्रा शक्ति को बढ़ाने, पयार्वरण को संतुलित करने, आगे आने वाली पीढ़ी को बेहतर पयार्वरण, शुद्ध ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित कराने, घटते जल स्तर को रोकने जैसे बहुत से लाभ है। जिसको बचाय रखने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को वृक्ष रोपित कर उनकी देखभाल करनी होगी। घटते वन क्षेत्रों के दुष्परिणाम हम सबके सामने हैं। पेड़ों की कम संख्या के कारण पयार्वरण में तेजी से असंतुलन पैदा हो रहा है। तापमान तेजी से बढ़ा है, जलस्तर का घटना, नदियों, समुंदर में जलस्तर का बढ़ना, बरसात का लगातार कम होना, सभ्य समाज के लिए चिंता का विषय है। जिसके लिए हम सभी को प्रण करना होगा कि हर हाल में हमारे चारों ओर हरयाली रहे।

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