भ्रष्टाचार से तंग आकर पीआरडी के जवानों ने मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपकर न्याय की मांग की है

झांसी/उत्तर प्रदेश:(सुल्तान आब्दी)–जीरो टॉलरेंस की सरकार सिर्फ बातों और दावों के पुल बांधने में जुटी हुई है, लेकिन वास्तविकता कुछ और ही है। भ्रष्टाचार से तंग आकर पीआरडी के जवानों ने मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपकर न्याय की मांग की है।
पीआरडी जवानों ने ड्यूटी लगाए जाने में की जा रही कमीशनखोरी का विरोध कड़ाई से शुरू कर दिया है। जवानों ने मुख्यमंत्री संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपकर अपने ही विभाग के अधिकारी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पीआरडी जवानों का आरोप है कि क्षेत्रीय युवा कल्याण अधिकारी/ड्यूटी प्रभारी पिछले 27 वर्षों से जनपद में जमे हुए हैं। अधिकारी द्वारा जनपद में लगभग 450 ड्यूटी है लगाई जाती हैं। जिसमें विद्युत विभाग आयुर्वेदिक अनुसंधान संस्थान, एटीएस कोछभांवर, बुंदेलखंड कृषि उत्पादन समिति, कृषि उत्पादन मंडी समिति, बैंक, रेलवे, सिंचाई विभाग इत्यादि शामिल हैं। जवानों का आरोप है कि अधिकारी अपने चहेते पीआरडी जवानों को डबल ड्यूटी पर तैनात कर देते हैं। अधिकारी द्वारा ड्यूटी लगाने के नाम पर 700 से ₹800 वसूले जाते हैं। जवानों का कहना है कि उक्त अधिकारी ने कई गुंडे पाल रखे हैं। जिनके माध्यम से वह जवानों को किसी भी झूठे मामले में फंसवा सकते हैं एवं उनकी हत्या भी करा सकते हैं। उक्त अधिकारी द्वारा पीआरडी कार्यालय में अधिकारियों एवं कर्मचारियों को डराया धमकाया जाता है। इसके साथ ही जवानों ने बताया कि उक्त अधिकारी ने जनपद जालौन में भी जिला युवा कल्याण अधिकारी का अतिरिक्त चार्ज भी ले रखा है। जिसके चलते वह वहां भी ड्यूटी लगाने एवं ड्यूटी भत्ता भुगतान करने के नाम पर धन उगाही कर रहे हैं। जवानों ने आरोप लगाते हुए बताया कि उक्त अधिकारी ने कई जवानों से ऑनलाइन फील्डिंग एवं ब्लॉक कमांडर बनाने के नाम पर 30–30 हजार रुपए ले रखे हैं। जवानों द्वारा पैसे वापस मांगने पर उन्हें जान से मारने की धमकी दी जाती है। जिसके चलते पीआरडी जवानों ने न्याय की गुहार लगाई है। ज्ञापन के दौरान चतुर्भुज अहिरवार, विवेक नायक, हरिओम, वैदेहीशरण, ओमप्रकाश, अजय कुमार,बदली प्रसाद, नरेंद्र, देवेंद्र माहौर, नीरज कुमार आदि मौजूद रहे।