मच गई हलचल जब अचानक प्रदेश मंत्री पहुंचे संघर्ष सेवा समिति कार्यालय

समाजसेवी कार्यों से प्रभावित होकर भाजपा के प्रदेश मंत्री पहुँचे संघर्ष सेवा समिति कार्यालय
संघर्ष सेवा समिति कार्यालय पर भाजपा प्रदेश मंत्री का हुआ भव्य स्वागत
डॉ० संदीप सरावगी के समाजसेवी कार्यो की चर्चा पहुँची भाजपा प्रदेश कार्यालय
झाँसी/उत्तर प्रदेश:(सुल्तान आब्दी)–वह कहावत तो आपने सुनी होगी “असली सोने की परख तो जौहरी को ही होती है” बस ऐसा ही कुछ घटनाक्रम अचानक झाँसी के झोकन बाग स्थित संघर्ष सेवा समिति कार्यालय में घटित हुआ। बात 23 सितंबर की शाम की है प्रतिदिन की तरह संघर्ष सेवा समिति कार्यालय में सभी सदस्य अपना-अपना काम कर रहे थे अचानक कार्यालय के नीचे गाड़ियों का काफिला रुका। कार्यालय की घंटी बजी समिति के एक सदस्य ने सदस्य ने दरवाजा खोला और सामने दिखे भाजपा के प्रदेश मंत्री देवेश कुमार। यह बात कार्यालय में आग की तरह फैली और सभी सदस्य एकत्रित हो गए। प्रदेश मंत्री को सामने देख सभी अचंभित थे कि अचानक भारतीय जनता पार्टी का प्रदेश स्तर का इतना बड़ा नेता सामने खड़ा है। इसके बाद संदीप सरावगी और देवेश कुमार के बीच चर्चाओं का दौर 2 घंटे तक चला, इस दौरान उनका भव्य स्वागत भी किया गया। डॉ० संदीप सरावगी ने अपनी कार्यप्रणाली और योजनाओं को विस्तार से उनके समक्ष रखा जिससे प्रदेश मंत्री काफी प्रभावित हुए पिछले कार्यों का सचित्र वर्णन भी संदीप सरावगी ने उनके समक्ष रखा। यह सब देख कर प्रदेश मंत्री ने समाजसेवी संदीप सरावगी को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी और आजीवन समाज सेवा करते रहने का वादा भी लिया साथ ही आश्वासन दिया कि भविष्य में उनके स्तर से जो भी सहायता बनेगी आपके लिए अवश्य करूंगा। डॉ० संदीप सरावगी के साथ प्रदेश मंत्री ने संघर्ष सेवा समिति की पूरी टीम को भी शुभकामनायें दीं जिससे उनका मनोबल बढ़े और वे समाज सेवा के क्षेत्र में नित नवीन कार्य करते रहें। आपको बता दें विगत कई वर्षों से संघर्ष सेवा समिति समाजसेवा के हर क्षेत्र में लगातार कार्य कर रही है जाति धर्म से परे होकर सभी सदस्य सहायता हेतु असहायों की एक पुकार पर खड़े हो जाते हैं और जो भी संभव सहायता बन पड़ती है निश्चित रूप से करते हैं लेकिन समाजसेवा करते करते यह उम्मीद नहीं लगाई थी कि उनकी संस्था का नाम इतनी ऊपर पहुँच चुका है समिति के सभी सदस्यों के लिए यह गर्व का विषय है कि प्रदेश स्तर का बड़ा नेता उनसे मिलने कार्यालय आया और उनका उत्साहवर्धन भी किया।