प्रदेश सरकार दे रही उद्योगों को बढ़ावा/रामपुर को बनायेंगे उद्योग नगरी-विधायक आकाश सक्सेना

ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए रामपुर को मिला 1000 करोड़ का लक्ष्य।- मुकेश कुमार, उपायुक्त उद्योग
रामपुर/उत्तर प्रदेश:(संवाददाता आफाक अहमद खान)–उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश में औद्योगीकरण को बढ़ावा दिए जाने तथा बेरोजगारी दूर किए जाने के उद्देश्य से 10 फरवरी से 12 फरवरी 2023 तक लखनऊ में एक वृहद ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट का आयोजन कराया जा रहा है। इस ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में सरकार के प्रयास से देश-विदेश के बड़े उद्यमी प्रतिभाग कर रहे हैं।
औद्योगीकरण को बढ़ावा दिए जाने के उद्देश्य से सरकार द्वारा एमएसएमई उद्योग नीति-2022 प्रख्यापित की गई है, जिसके तहत विभिन्न प्रकार की सुविधाएं, सब्सिडी और रियायतें सरकार द्वारा दी जा रही हैं। सरकार द्वारा 01 ट्रिलियन डॉलर इकनॉमी करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसके अन्तर्गत 1000 करोड़ रुपए का लक्ष्य रामपुर जनपद का शासन स्तर से निवेश कराए जाने के लिए प्राप्त हुआ है। सरकार द्वारा दी जा रही सहूलियतों को देखते हुए पड़ोसी प्रदेश उत्तराखण्ड से भी कई इकाईयां प्रभावित होकर जनपद की बिलासपुर तहसील में स्थापित हो रही हैं और कुछ अन्य इकाईयां अभी आने की तैयारी में हैं।
उपायुक्त उद्योग मुकेश कुमार ने बताया कि पूंजी निवेश को बढ़ावा दिए जाने हेतु औद्योगिक संगठनों, आईआईए के अध्यक्ष विपिन गुप्ता जी से बराबर सम्पर्क कर निवेश को बढ़ावा दिए जाने हेतु सुझाव मांगे गए हैं। अभी तक 19 इकाईयों से 382.50 करोड़ रूपए के एमओयू पंजीकृत कराए जा चुके हैं। शेष इकाईयों से भी लगातार एमओयू कराए जा रहे हैं।
रामपुर जनपद के नव निर्वाचित मा० विधायक आकाश सक्सेना जी के द्वारा प्रदेश के मा० मुख्यमंत्री जी और विभागीय मंत्री जी से सम्पर्क करके रामपुर को पुनः उद्योग नगरी बनाये जाने का प्रयास किया जा रहा है। जनपद के जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार माँदड़ व मुख्य विकास अधिकारी नन्द किशोर कलाल भी रामपुर को उद्योग नगरी बनाने के लिए शासन से निरन्तर सम्पर्क बनाए हुए हैं।
उन्होंने बताया कि अभी तक स्टेशनरी, टोनर, थ्रेड बनाना, फूड प्रोसेसिंग, गलासेस, व्हीकल ट्यूट बनाना, लकड़ी, चावल एवं मैंथॉल आधारित उद्योग स्थापित किए जाने के प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। कुछ इकाईयों के विस्तारीकरण के प्रस्ताव भी प्राप्त हुए हैं। उद्योग विभाग का पूरा प्रयास है कि रामपुर पुनः एक औद्योगिक नगरी बने। अभी तक जितने प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, उनके मूर्त रूप में आने से जनपद के लगभग 20000 लोगों को रोजगार मिलेगा।
सरकार के इस प्रयास की जनपद से भावी उद्यमियों/आम जनता द्वारा सराहना भी की जा रही है।