March 15, 2025

भारत सरकार के प्रस्ताव को 72 देशों का समर्थन प्राप्त हुआ एवं संयुक्त राष्ट्र संघ की महासभा ने वर्ष 2023 को अन्तर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष 2023 के रुप में मनाए जाने की घोषणा की है

 भारत सरकार के प्रस्ताव को 72 देशों का समर्थन प्राप्त हुआ एवं संयुक्त राष्ट्र संघ की महासभा ने वर्ष 2023 को अन्तर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष 2023 के रुप में मनाए जाने की घोषणा की है

रामपुर/उत्तर प्रदेश:(संवाददाता आफाक अहमद खान)–भारत सरकार द्वारा खाद्य एवं पोषण सुरक्षा हेतु संयुक्त राष्ट्र संघ को वर्ष 2023 को अन्तर्राष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष के रुप में मनाने का प्रस्ताव दिया गया है। भारत सरकार के प्रस्ताव को 72 देशों का समर्थन प्राप्त हुआ एवं संयुक्त राष्ट्र संघ की महासभा ने वर्ष 2023 को अन्तर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष 2023 के रुप में मनाए जाने की घोषणा की है।


उप कृषि निदेशक शैलेन्द्र कुमार ने बताया कि भारत सरकार द्वारा खाद्य एवं पोषण सुरक्षा हेतु मिलेट्स के उपभोग के प्रति लोगों को जागरुक करने के उद्देश्य से वर्ष 2023 को अन्तर्राष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष के रुप में मनाया जा रहा है। मिलेट्स में बाजरा, ज्वार, कंगनी/काकून, कोदो, सांवा, रागी, कुटकी, चेना, कुट्टू एवं चौलाई अनाज आते है।


उन्होंने बताया कि जनपद में मिलेट्स उत्पादों का उत्पादन एवं क्षेत्रफल बढ़ाने के लिए कृषि विभाग द्वारा विकास भवन में मुख्य विकास अधिकारी नन्द किशोर कलाल की अध्यक्षता में विभिन्न विभागों की बैठक की गयी जिसमें कृषि विभाग द्वारा मिलेट्स के उत्पादों के प्रयोग को बढ़ाने तथा जनपद में उत्पादन बढ़ाकर कृषकों की आय बढ़ाने के विषयों के विषय में प्रजेन्टेशन दिया गया।


उप कृषि निदेशक कार्यालय से मिलेट्स का उत्पादन बढ़ाने हेतु कार्ययोजना तैयार की जा रही है। उन्होंने बताया कि मिलेट्स उत्पादों का प्रयोग करने के फायदे एनर्जी बनाए रखता है, मिलेट्स शरीर में एनर्जी को बरकरार रखता है, ये ऊर्जा एक बहुत अच्छा सोर्स है, बढ़ते वजन से परेशान लोग अपना वजन कम करना चाहते हैं, उन्हें भी अपने खाने में बाजरे को शामिल करना चाहिए, फाइबर की उच्च मात्रा होने की वजह से यह आपको जल्दी भूख नहीं लगने देती।

डायबिटीज में फायदेमंद शुगर की समस्या से परेशान लोगों को अपनी डाइट में बाजरे को शामिल करना चाहिए ऐसा करने से डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है। ग्लूटन फ्री- बाजरे में ग्लूटन नहीं पाया जाता है। ग्लूटन युक्त भोजन को पचाना काफी मुश्किल होता है लेकिन बाजरा को आसानी से पचा सकते हैं। बाजरा खाने से कब्ज की समस्या नहीं होती है। स्वस्थ दिल के लिए बाजरा कोलस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है, जिससे दिल से जुड़ी बीमारियों के होने का खतरा कम हो जाता है। इसके अलावा यह मैग्नीशियम और पोटेशियम का भी अच्छा स्त्रोत है जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में मददगार है।


उन्होंने कृषकों से अपील की है कि बाजरा कैल्शियम से भरपूर होता है, और किसी भी कैल्शियम विकल्प की जगह इसका सेवन कर सकते हैं। इन दिनों में होने वाली जोड़ों की समस्या व ऑस्टियोपोरासिस में यह बेहद लाभकारी है। अपने कृषि क्षेत्रफल में मिलेट्स उत्पादों को शामिल करें, जिसके विपणन हेतु कृषि विभाग द्वारा विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जा रही है। शहरों में स्थित होटलों में मिलेट्स उत्पादों को शामिल किया जायेगा तथा मिड-डे मील में भी आहार के रूप में मिलेट्स को शामिल किए जाने पर कार्य किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त कृषि विभाग द्वारा मिलेट्स उत्पादन हेतु बीज निःशुल्क वितरण किए जाने की व्यवस्था की जा रही है।
मुख्य विकास अधिकारी द्वारा समस्त कृषक बन्धओं से अपील की गयी है कि अधिक से अधिक मात्रा में मिलेट्स उत्पादों की खेती करना प्रारम्भ करें तथा जनपदवासी अपने उच्च स्वास्थ्य के लिए दैनिक उपयोग में मिलेट्स को शामिल करें।

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