शहीद प्रशांत के परिवार की सरकार ने नहीं ली सुध
मुजफ्फरनगर- पुलवामा में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए प्रशांत शर्मा के परिवार को लेकर की गई घोषणाएं पूरी नहीं की गई। सरकारी नौकरी की घोषणा करने के बाद भी सरकार अभी तक किसी परिजन को नौकरी नहीं दे सकी है।
शहर से सटे गांव खांजापुर के सैनिक प्रशांत शर्मा आतंकियों से मुठभेड़ में पुलवामा में 29 अगस्त को शहीद हो गए थे। सैनिक सम्मान के साथ उनका नदी घाट पर अंतिम संस्कार हुआ था। मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि के रूप में तत्कालीन कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा अंतिम संस्कार में शामिल हुए थे। प्रदेश सरकार ने शहीद सैनिक के परिजनों को 50 लाख की आर्थिक मदद और छोटे भाई निशांत शर्मा को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की थी। इसके लिए शासनादेश भी जारी हो गया था। परिजनों को आर्थिक मदद तो अंतिम संस्कार वाले दिन ही दे दी गई थी, लेकिन भाई को नौकरी अभी तक नहीं मिली है। शहीद प्रशांत शर्मा का भाई निशांत डीएम सीबी सिंह से मिला और उन्हें पूरे प्रकरण की जानकारी दी। परिजन दो साल से सोल्जर बोर्ड के चक्कर काट रहे हैं। इस संबंध में राज्यमंत्री कपिलदेव अग्रवाल भी सैनिक कल्याण अनुभाग को पत्र लिख चुके हैं।