नगर विधायक के बालू माफियाओं के खुलकर विरोध में आने से जिला प्रशासन हुआ सक्रिय

अगर खनिज विभाग पहले से सक्रिय होता तो सदर विधायक को खुलकर अवैध खनन के मामले में सार्वजनिक रूप से नहीं बोलना पड़ता इससे साफ प्रतीत होता है कि कहीं ना कहीं खनिज विभाग का इन बालू माफियाओं को आरक्षण प्राप्त है जिसके कारण जनपद में इतने बड़े पैमाने पर अवैध खनन हो रहा है।
बालू का अवैध रूप से परिवहन करने वाले डम्फरों पर चला प्रशासन का चाबुक, बालू माफियाओं में हड़कंप
सोमवार को जिलाधिकारी रविंद्र कुमार के निर्देशन में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट निधि बंसल के नेतृत्व में खनिज विभाग, एसपी सिटी, सीओ सिटी नवाबाद और चिरगांव थाना पुलिस बल ने अवैध बालू खनन के खिलाफ अभियान चलाया। यह अभियान की शुरुआत चिरगांव स्थित रामनगर घाट से शुरू हुई। इस दौरान टीम ने रामनगर घाट से करीब आठ से ज्यादा ऐसे डंफर जब्त किए जिनके नंबर मिटे हुए थे तथा रॉयल्टी नही थी। वही इसके बाद काफिला मेडिकल वाई पास कानपुर चुंगी पहुंचा जहां टीम को देख बालू से भरे डंफर में भगदड़ मच गई। आनन फानन में टीमों ने करीब 18 डंफर बिना रॉयल्टी की जब्त किए। सभी बालू से बहरे डम्फरो को थाना लाकर सीज कर दिया गया है। वही ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने बताया की अभियान के तहत दो दर्जन से अधिक बिना रॉयल्टी और बिना नंबर के दो दर्जन से अधिक डंफर जब्त किए है। सभी के खिलाफ कार्यवाही की जा रही है, ओर जो डंफर भागने में सफल हुए उनके नंबर की पड़ताल कर उन पर भी कार्यवाही की जाएगी।