June 23, 2025

जिले में जल संरक्षण के कार्यों को मुख्य सचिव ने सराहा, बोले 03 विकासखंडों को सामान्य श्रेणी में लाने की प्रक्रिया बेहद सकारात्मक और महत्वपूर्ण

 जिले में जल संरक्षण के कार्यों को मुख्य सचिव ने सराहा, बोले 03 विकासखंडों को सामान्य श्रेणी में लाने की प्रक्रिया बेहद सकारात्मक और महत्वपूर्ण

मुख्य सचिव की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान जिलाधिकारी ने जल संरक्षण के कार्यों का दिया प्रजेंटेशन।

रामपुर/उत्तर प्रदेश:(आफाक अहमद खान)–भारत सरकार के बेहद महत्वपूर्ण कार्यक्रम कैच द रेन के अंतर्गत जनपद में कराए गए कार्यों का जिलाधिकारी श्री रविन्द्र कुमार माँदड़ ने मुख्य सचिव की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान प्रजेंटेशन के माध्यम से जिले में जल संरक्षण और जन जागरूकता के लिए कराए गए कार्यो के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी।


उन्होंने जल संरक्षण के लिए जिले में करायी गई गतिविधियों और कार्यों के बारे में बताया कि जिले में देश के पहले अमृत सरोवर के साथ 136 अमृत सरोवरों का निर्माण कराया गया है। मनरेगा के तहत 1759 तालाबों का जीर्णोद्धार, सैंजनी, बैगुल और बहल्ला नदी का जीर्णोद्धार, 266 रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की स्थापना, 2200 सोकपिट का निर्माण, 27 लाख पौधरोपण और 05 चेकडैम की डिसिल्टिंग का कार्य सम्पन्न कराया जा चुका है।


उन्होंने बताया कि जिले में जल संरक्षण के लिए एनजीओ से भी सहयोग प्राप्त किया गया और आर्ट ऑफ लिविंग व रेडिको खेतान की मदद से ग्राम बैंजना में बहल्ला नदी पर सब-सरफेस डाइक का निर्माण और 100 रिचार्ज सॉफ्ट का निर्माण कार्य कराया गया है।


आमजन को जल संरक्षण की जरूरतों के बारे में जागरूक करने के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत में पानी पंचायत का आयोजन कराया गया। इन पानी पंचायतों के माध्यम से आमजनों को जल संरक्षण के तरीके और भविष्य में इसके महत्व के बारे में जागरूक किया गया।


उन्होंने बताया कि पूर्व में 04 विकासखंड डार्क जोन की श्रेणी में थे। इन विकासखंडों में विशेष कार्य और जागरूकता गतिविधियों को बढ़ावा देकर 03 विकासखंडों को सुरक्षित श्रेणी में और 01 विकासखंड चमरौआ को अतिदोहन की श्रेणी से क्रिटिकल श्रेणी में लाने में अब तक सफलता मिल चुकी है और इस विकासखंड को भी सुरक्षित श्रेणी में लाने की दिशा में प्रयास किए ज रह हैं।


04 विकासखंडों में से 03 को डार्क से सामान्य श्रेणी में लाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा कराए गए कार्यों की सराहना करते हुए मुख्य सचिव ने कहा कि जिलाधिकारी के नेतृत्व में उत्कृष्ट श्रेणी के कार्यों के परिणामस्वरूप ही ऐसा संभव हुआ है। उन्होंने कहा कि जल शक्ति मंत्रालय के साथ साथ जल संरक्षण के लिए विभिन्न वैश्विक संस्थानों में भी अवार्ड के लिए पूरी कार्ययोजना और परिणामों के बारे में व्यापक प्रजेंटेशन भेजें ताकि जिले के कार्यों को राष्ट्रीय स्तर के साथ ही वैश्विक स्तर पर भी पहचान मिले।


मुख्य सचिव ने कहा कि सोशल मीडिया पर भी जिले के जल संरक्षण के कार्यों और परिणामों को साझा कराते रहें ताकि उससे प्रभावित होकर लोग अपनी दिनचर्या में जल संरक्षण के प्रयासों को भी शामिल करें तथा कैच द रेन अभियान की मंशा को और अधिक साकार रूप मिल सके।


मुख्य सचिव की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान एनआईसी में सीडीओ श्री नंदकिशोर कलाल, डीपीओ श्री राजेश कुमार, डीएसटीओ श्री नरेन्द्र वल्लभ भारद्वाज सहित अन्य अधिकारी गण मौजूद रहे।

Bureau