गुलाबी गैंग की बुंदेलखंड कमांडर ने नववर्ष पर गैंग की गरीब 11 सौ महिलाओं को ठण्ड से निजात दिलाने के लिए वितरित किये कम्बल, गर्म कम्बल पाकर गैंग की महिलाओं के खिल उठे चेहरे

महोबा/उत्तर प्रदेश:(संवाददाता इसराईल कुरैशी)–महिलाओं का विश्व विख्यात संगठन गुलाबी गैंग ने पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी नव वर्ष पर अपना वार्षिक सम्मेलन आयोजित कर ठंड से निजात दिलाने के लिए 11 सौ गरीब महिलाओं को कंबल वितरित किए गए । बुंदेलखंड कमांडर फरीदा बेगम के हाथ से कम्बल पाकर गैंग की महिलाएं खासी प्रसन्न नजर आई । वार्षिक सम्मलेन में गुलाबी एक ने जुलूस निकालकर नारेबाजी भी की और महिलाओ के हक और अधिकार को लेकर लोगों को जागरूक भी किया है ।

देश नहीं बल्कि विदेशों में चर्चित महिला संगठन गुलाबी गैंग द्वारा बुंदेलखंड के महोबा में पिछले वर्षों की भांति इस वर्ष भी वार्षिक सम्मेलन करते हुए ठंड से निजात देने के लिए कंबल वितरित कार्यक्रम आयोजित किया गया। संगठन की 11 सौ महिलाओं को ठण्ड से निजात दिलाने के लिए बुंदेलखंड कमांडर फरीदा बेगम ने कंबल वितरित किए है। महोबा शहर के उदल चौक से गुलाबी गैंग की महिलाएं अपनी कमांडर फरीदा बेगम के नेतृत्व में शहर में पैदल मार्च निकालकर लोगों को जागरूक करने का भी काम किया ।
महिला अपराध रोकने और बेटियों को समान हक देने की अपील भी गुलाबी गैंग ने की है। इसके बाद शहर के अंबेडकर पार्क में एक भव्य कार्यक्रम आयोजित करते हुए गुलाबी गैंग की कमांडर ने मानवता धर्म निभाते हुए गैंग में शामिल 11 सौ महिलाओं को ठंड से निजात दिलाने के लिए कंबल बांटे। कम्बल पाकर गैंग की महिलाओं के चेहरे खिल उठे। ग्रामीण अंचलों से आई महिलाएं अपनी कमांडर से उपहार स्वरुप कम्बल पाकर धन्यवाद देती दिखी।

इस मौके पर गैंग की बुंदेलखंड कमांडर फरीदा बेगम बताती हैं कि वह साल भर अपने खर्चों में कटौती कर पैसा इकट्ठा करती हैं और हर वर्ष एक कार्यक्रम कर गरीब महिलाओं को कम्बल देकर संदेश देने की कोशिश की गई। यह कम्बल वितरण कोई दान नहीं है बल्कि नववर्ष में गैंग की सदस्यों को उनकी तरफ से उपहार है। इस कड़ाके की ठंड में वार्षिक सम्मलेन कर सभी को कम्बल दिए गए है। आज आयोजित कार्यक्रम में गैंग की ही गरीब 11 सौ महिलाओं को कम्बल दिए गए है। उन्होंने कहा कि गुलाबी गैंग एक संगठन नहीं बल्कि परिवार है जो हर सुख दुःख में एक दूसरे के काम आता है। महिलाओं के हक, अधिकार और न्याय के लिए संगठन आगे भी सड़को पर उतरकर आंदोलन करता रहेगा।