सुप्रीम कोर्ट की वकील त्रिशा चक्रवर्ती जो महिलाओ के हक की आबाज उठाती है उन्हे खुद एक दुष्कर्म पीडिता को न्याय दिलाने के लिये दिल्ली से चलकर ललितपुर सदर कोतवाली आना पड़ा

ललितपुर/उत्तर प्रदेश:(संवाददाता इमरान मंसूरी)–सुप्रीम कोर्ट की वकील त्रिशा चक्रवर्ती जो महिलाओ के हक की आबाज उठाती है उन्हे खुद एक दुष्कर्म पीडिता को न्याय दिलाने के लिये दिल्ली से चलकर ललितपुर सदर कोतवाली आना पड़ा
लगभग 1 साल से महिला को ब्लैकमेल कर उसके साथ यौन शोषण करने का है मामला
पीड़ित महिला को न्याय ना मिलने की स्थिति में पीड़ित महिला ने महिला सशक्तिकरण के लिए काम करने वाली महिला एवं एडवोकेट त्रिषा चक्रवर्ती से लगाई थी न्याय की गुहार
महिला सशक्तिकरण के लिए काम करने वाली सुप्रीम कोर्ट की वकील त्रिषा आज ललितपुर सदर कोतवाली समाधान दिवस के मौके पर पहुंची
पीड़ित महिला के साथ जाकर उसे न्याय दिलाने कि की मांग
एडिशनल एसपी से मुलाकात करने के बाद पहुंची सदर कोतवाली और सौपा शिकायती पत्र
ललितपुर सदर कोतवाली अंतर्गत एक मामला कुछ दिनों पहले आया था सामने जिसमें एक महिला ने व्यापार मंडल के एक पदाधिकारी पर तकरीबन 1 साल से ब्लैकमेल कर यौन शोषण करने का आरोप लगाया था वही लगभग 5 दिनों तक पीड़िता ने न्याय पाने के लिए सदर कोतवाली के चक्कर काटती रही लेकिन उसकी कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई तब महिला निराश होकर महिलाओं के हक में काम करने वाली त्रिषा चक्रवर्ती के संपर्क में आई जो कि सुप्रीम कोर्ट में एडवोकेट भी है जहां पीड़िता ने अपनी पूरी आपबीती सुनाई और पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए एडवोकेट त्रिषा एवं उनके साथ एक और सुप्रीम कोर्ट के वकील ललितपुर आ गए जिन्होंने ललितपुर जिले के कुछ आला अधिकारियों से मुलाकात कर पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए गुहार लगाई एडवोकेट त्रिशा ने यह भी बताया कि उन्हें कानून पर पूरा विश्वास है और कानून इनकी भरपूर मदद करेगा वही एक सवाल यह उठता है कि
लगभग 10 दिन हो जाने के बाद भी महिला की तहरीर पर पुलिस ने क्यों मामला पंजीकृत नहीं किया आखिरकार क्यों सुप्रीम कोर्ट की वकील त्रिषा को ललितपुर आना पड़ा अब देखने वाली बात यह होगी कि महिला सशक्तिकरण के लिए काम करने वाली त्रिषा के आने पर सदर कोतवाली पुलिस पर क्या प्रभाव पड़ता है और वह किन धाराओं में मामला पंजीकृत होता हैं यह अब देखने बाली बात होगी