सपा के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने मंच से साधु संतों को बताया गेरुआ वस्त्र में आतंकवादी

सपा के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने मंच से साधु संतों को बताया गेरुआ वस्त्र में आतंकवादी कहा धर्म की आड़ में किसी को नीच नहीं कह सकते धर्म की दुहाई देकर आप किसी को अधर्म नहीं कह सकते साधु संतों पर कहा कि देखिए भूचाल आ गया जितने देश में साधु संत के भेष में सारे आतंकवादी बोलने लगे कोई कहा हम स्वामी प्रसाद का सिर काट देंगे किसी ने कहा तलवार लहराते हुए की 5 लाख का तलवार खरीद कर लाया हूं कि स्वामी प्रसाद मौर्या की हत्या इस तलवार से कर दूं किसी ने कहा जो स्वामी प्रसाद मौर्या की हत्या करेगा उसको 51 करोड़ देंगे ये साधु हैं ये संत हैं गेरुआ वस्त्र पहनने वाले यह सारे के सारे आतंकवादी चेहरे थे एक-एक करके उनकी जुबान खुलने लगी यह लोग साधु भेस में आतंकी हैं,सदर कोतवाली के छवानी लाइन में बुद्ध जयंती के कार्यक्रम में शिरकत किये थे।
गाज़ीपुर/उत्तर प्रदेश/संवाददाता एकरार खान:– जहां सदर कोतवाली इलाके के छवानी लाइन में आयोजित बुद्ध जयंती के कार्यक्रम के अवसर पर सपा के राष्ट्रीय महा सचिव स्वामी प्रसाद मौर्य शिरकत किये। जहां पर बुद्ध प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इस दौरान जनता को संबोधित करते हुए मंच से स्वामी प्रसाद मौर्या ने कहा कि धर्म की आड़ में किसी को नीच नहीं कह सकते । धर्म की दुहाई देकर आप किसी को अधर्म नहीं कह सकते । धर्म की दुहाई देकर आप किसी को पढ़ने लिखने से मना नहीं कर सकते धर्म की दुहाई देकर किसी को प्रताड़ित मारने पीटने के लिए उकसा नहीं सकते और धर्म की दुहाई देकर आप किसी को अपमान होने के लिए मजबूर नहीं कर सकते और देखिए भूचाल आ गया जितने देश में साधु संत के भेष में सारे आतंकवादी बोलने लगे कोई कहा हम स्वामी प्रसाद का सिर काट देंगे किसी ने कहा तलवार लहराते हुए की 500000 का तलवार खरीद कर लाया हूं की स्वामी प्रसाद मौर्या की हत्या इस तलवार से कर दूं। किसी ने कहा जो स्वामी प्रसाद मौर्या की हत्या करेगा उसको 51 करोड़ देंगे किसी ने 3100000 देंगे तो किसी ने एक 1100000 देने की बात कही तो किसी ने नाक कान काटने की बात कही ये साधु हैं ये संत हैं गेरुआ वस्त्र पहनने वाले यह सारे के सारे आतंकवादी चेहरे थे एक-एक करके उनकी जुबान खुलने लगी यह लोग साधु भेस में आतंकी हैं जिस तरीके से यह लोग घिनौनी हरकत किया है।
वही मीडिया ने ओमप्रकाश राजभर पर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि ओमप्रकाश राजभर सपा में दगे कारतूस की तरह आए थे और वह चले गए अब उनको दगी कारतूस दिखाई कहां पड़ रही है अब तो भाजपा में दिखाई पड़ेगी वही मीडिया ने बिहार में बागेश्वर बाबा द्वारा हिंदू राष्ट्र के प्रचार प्रसार को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि मच्छरों और मक्खियों के भनभनाने से बादलों की आवाज नहीं निकल सकती है नक्कारखाने में तूती की आवाज बाबा नहीं हजार की संख्या में लोग बोलेंगे तो इस देश की जनता संज्ञान नहीं लगी देश भारतीय संविधान से चलेगा किसी बाबा के बयान से नहीं चलेगा वहीं दिल्ली में महिला रेसलर ओं की धरना प्रदर्शन को लेकर मीडिया ने सवाल किया तो उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार लोकतंत्र को लगातार कुचलने में लगी हुई है दिल्ली में धरना देने वाली बेटियां कोई ऐसी तैसी बेटियां नहीं है वह विश्व स्तर की उच्च स्तरीय खिलाड़ी हैं ओलंपिक में गोल्ड मेडलिस्ट पाने वाली लड़कियां हैं वह पूरे देश की ऐसी गौरवशाली बेटियां हैं जिसकी वजह से पूरे देश को उन पर नाज होना चाहिए पूरे दुनिया में अपने करतब से भारत का मान बढ़ाया है 6 महीने से लगातार आवाज उठाने के बावजूद भी एफ आई आर न लिखना दुर्भाग्यपूर्ण है f.i.r. तो तब लिखी गई जब माननीय उच्च न्यायालय ने मामले का संज्ञान लिया लेकिन अभी भी सरकार जांच कराने के लिए तैयार नहीं है सही मायने में सरकार को निष्पक्ष जांच करानी ही चाहिए क्योंकि आरोप सही है या गलत है आरोपी को सजा देना है या नहीं देना है जब जांच ही नहीं कराएंगे तो मामला आगे बढ़ेगा कैसे यह जानबूझकर के यह हमारे देश की गौरवशाली बेटियों का अपमान कर रहे हैं और अपमान करने वालों का साथ दे रहे हैं।
वही मीडिया ने ग्राम पंचायत अधिकारी की भर्ती मैं आरक्षण को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार एक सुनियोजित साजिश के तहत लगातार भारतीय संविधान के तहत आरक्षण की व्यवस्था को ध्वस्त करने में लगी हुई है और उसी का नतीजा है कि आज अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति का आरक्षण भाजपा सरकार निरंतर शून्य करती जा रही है यह अपने आप में एक बहुत ही गंभीर मामला है कि संविधान की कसम खाकर संवैधानिक पदों पर बैठे हुए लोग जब संविधान का सम्मान नहीं करेंगे तो स्वाभाविक रूप से देश गर्त में जाने का रास्ता प्रशस्त कर रहे हैं आज हिंदू कह कर के दलितों पिछड़ों और आदिवासियों का वोट तो लेते हैं लेकिन सत्ता में आने के बाद दलितों आदिवासियों और पिछड़ों का आरक्षण का गला घोट रहे हैं जो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है दिल्ली में अधिकारियों के ट्रांसफर पोस्टिंग को लेकर राजनीति की जा रही है के सवाल पर स्वामी प्रसाद मौर्या ने कहा कि कुल मिलाकर के केंद्र सरकार का यह हिटलर शाही रवैया है लोकतंत्र में लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई सरकारों को सरकार चलाने का पूरा अधिकार है उसमें दखल देने का काम कोई करता है तो लोकतंत्र की हत्या करना जैसा है वही कर्नाटका में शपथ ग्रहण समारोह में अखिलेश यादव के न रहने के सवाल पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि अखिलेश यादव की बड़ी मां दादी कल ही एक्सपायर हो गई थी अंत्येष्टि कार्यक्रम में व्यस्त होने के कारण कर्नाटक जाने का कार्यक्रम उनका निरस्त हुआ था इसके पीछे कोई और कारण नहीं था।