August 9, 2025

मुस्लिम परिवार का छलका दर्द, योगी आदित्य नाथ से जताई इंसाफ़ की उम्मीद। दुकान को बुलडोजर से बचाने के लिए मुख्यमंत्री से लगाई गुहार

 मुस्लिम परिवार का छलका दर्द, योगी आदित्य नाथ से जताई इंसाफ़ की उम्मीद। दुकान को बुलडोजर से बचाने के लिए मुख्यमंत्री से लगाई गुहार

बलरामपुर/उत्तर प्रदेश:(गुलाम नबी कुरैशी)- बलरामपुर।हमें अपने मुख्यमंत्री से इंसाफ़ की है उम्मीद। अगर हमें इंसाफ़ नहीं मिला और हमारी दुकान पर जबरन बुलडोजर चलाया गया तो हम सभी परिवार समेत मर जाएंगे। हम अपने विधायक जी से भी इंसाफ़ की गुहार लगाते हैं बचा लीजिए हमारी दुकान को। हमारी जीविका के लिए सिर्फ़ हमारी दुकान ही एक मात्र सहारा है। ज़िला प्रशासन को भी हम अपने बच्चों का वास्ता देते हैं मत उजाड़िए हमारी जीविका के संसाधन को।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ ही प्रदेश, मण्डल और ज़िला स्तर के उच्चाधिकारियों को भेजे गए प्रार्थना पत्र में पीड़ित फैसल अंसारी,अनवर अंसारी निवासी मोहल्ला सिविल लाईन थाना कोतवाली नगर तथा एजाज़ अहमद और फैयाज अहमद निवासी मोहल्ला पुरैनिया तालाब कोतवाली नगर बलरामपुर ने अपना दर्द सुनाते हुए बताया कि वीर विनय चौराहे पर हनुमान मंदिर के पास 80 वर्षों से इनकी दुकानें हैं जिसमें पान की और चाय की दुकान है और इसी दुकान से पीड़ित के परिवार का पालन पोषण होता है। प्रार्थना पत्र के अनुसार हनुमान गढ़ी मंदिर के महंत महेंद्र दास वर्षों से पीड़ितों के दुकान पर कब्ज़ा करने पर आमादा थे और आए दिन दुकानदारों को डरा धमका कर दुकान खाली कराके उस पर कब्ज़ा करने का प्रयास करते रहते थे। दुकान पर जबरन कब्ज़ा करने की नियत से बाबा महेंद्र दास ने दिनाक 20 सितंबर 2022 को सुनियोजित षड़यंत्र के तहत पुलिस ने दुकान बंद करा दी। पीड़ितों ने बताया की दिनांक 21 सितंबर को देर शाम जबरन दुकान की बिजली भी काट दी गई है।

पीड़ित एजाज़ अहमद फैयाज अहमद ने बताया कि मेरी दुकान का मुकदमा चल रहा था 2013 में हमने अपनी दुकान का मुकदमा जीता इसके बाद 2019 में भी हमारे पक्ष में निर्णय आया बावजूद इसके अब जबरन मेरी दुकान को बुलडोजर से तोड़ने पर आमादा हैं। फैसल अंसारी और अनवार अंसारी ने बताया कि हमारा मुकदमा न्यायालय में विचाराधीन है फिर भी हमारी दुकान पर जबरन बुलडोजर चलाने पर आमादा हैं। पीड़ितों योगी आदित्यनाथ, सदर विधायक और ज़िला प्रशासन से इंसाफ़ की गुहार लगाई। सच्चाई क्या है यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा। वीर विनय चौराहे पर स्थित दुकानों पर बुलडोजर की अफवाह से शहर में गहमा गहमी का माहौल है।

वही दूसरे पक्ष की जानकारी ………

जबरन दुकान गिराने का षड़यंत्र रचने के लग रहे गंभीर आरोपों पर हनुमान गढ़ी मंदिर के महंत महेंद्र दास ने मीडिया के सामने अपना पक्ष रखते हुए आरोपों को बताया निराधार।


थाना कोतवाली नगर क्षेत्र के वीर विनय चौराहा स्थित हनुमान गढ़ी मंदिर के महंत महेंद्र दास पर दुकानदारों ने बुलडोजर से जबरन दुकानों को गिराने का षड़यंत्र रचने के गंभीर आरोप लगाए। ख़बर वायरल होने पर मंदिर के महंत ने मीडिया के सामने आकर अपना पक्ष रखते हुए आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि विपक्षी मुकदमा हारने के बाद भी जबरन मंदिर की ज़मीन पर कब्ज़ा किए हुए हैं और अब बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं।

मंदिर के महंत महेंद्र दास ने अपने बयान में कहा कि विपक्षी ख़ुद अपने कथन में कह रहे हैं कि वह पिछले 70 वर्षों से दुकान कर रहे थे। इसका मतलब 70 वर्षों तक उन्हें कोई परेशानी नहीं हुई है और वह रहते रहे, अब जब मंदिर के पक्ष में फैसला आ गया (डिग्री हो गई) तो वही लोग मंदिर और मुझ पर अनर्गल आरोप लगा कर किसी भी तरह मंदिर की ज़मीन पर जबरन कब्ज़ा बनाए रखना चाहते हैं। महंत ने कहा कि हनुमान गढ़ी मंदिर मुकदमा जीत गया है न्यायाल ने अपने स्पष्ट आदेश में विपक्षी को दो माह का समय देते हुए दुकान खाली करके प्रथम पक्ष (मंदिर) को हैंडोवर करने का आदेश दिया है। 63 दिन गुजर जाने के बाद भी आज तक विपक्षियों ने ज़मीन मंदिर के हैंडोवर नहीं की है। महंत ने कहा कि हमने इस संबंध में एक प्रार्थना पत्र ज़िला प्रशासन को देकर बताया है कि इस दुकान पर हमारी डिग्री हो गई है ज़मीन को संवैधानिक रूप से मंदिर के हैंडोवर कराया जाए। उन्हों ने यह भी कहा कि मंदिर को जीत हासिल हुई है उसके बावजूद प्रशासन कार्याही न करे तो इसमें दोष किसका है? महंत महेंद्र दास ने कहा कि मंदिर की ज़मीन पर कब्ज़ा करने वाले न्यायिक प्रक्रिया से हारने के बाद बौखलाहट में सिर्फ मंदिर की ज़मीन पर अपना अवैध कब्ज़ा बनाए रखने के लिए अनर्गल और बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है हमारे पास न्यायालय की डिग्री है हमें न्यायिक प्रक्रिया पर विश्वास है।

Bureau