अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर बुंदेली भाषा को पढाई में इस्तेमाल करने की एसडीएम ने कही बात, स्कूली बच्चों से बुंदेली भाषा को बढ़ाने पर दिया जोर

महोबा/उत्तर प्रदेश:(संवाददाता इसराईल कुरैशी)–- महोबा में अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के मौके पर एसडीएम ने सरकारी विद्यालय में पहुंचकर बुंदेली भाषा का आम बोलचाल और पढ़ाई में प्रयोग करने का निर्देश दिए है ताकि बुंदेली भाषा का के प्रयोग से बच्चों की पढ़ाई आसान हो जाए । एसडीएम ने बच्चों से भाषा को लेकर सवाल जवाब किए और सही जवाब देने वाले बच्चों को प्रोत्साहन राशि देकर उनका हौसला भी बढ़ाया है । इस मौके पर बच्चों ने भी बुंदेली गायन का सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये है ।
दरअसल आपको बता दे जनपद के जैतपुर विकासखंड अंतर्गत कमालपुरा गांव में संचालित कम्पोजिट विद्यालय का अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के मौके पर एसडीएम अरुण दीक्षित ने निरीक्षण किया है। जिसके साथ खंड शिक्षा अधिकारी गौरव शुक्ला भी मौजूद रहे। विद्यालय के निरीक्षण के दौरान फर्नीचर की कमी को लेकर जमीन पर शिक्षा ले रहे स्कूली बच्चों के लिए फर्नीचर की व्यवस्था कराए जाने की बात उपजिलाधिकारी ने कही। अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।
स्कूली बच्चों ने स्वागत गीत के साथ-साथ बुंदेली भाषा में भी बुंदेली गायन प्रस्तुत किया है। जसी सुनकर बच्चों का हौसला अधिकारियों ने बढ़ाया। उप जिलाधिकारी अरुण दीक्षित ने बच्चों से बुंदेली भाषा सहित मैथ और सामान्य ज्ञान से संबंधित सवाल किए और सही जवाब देने वाले स्कूली बच्चों को प्रोत्साहन राशि देकर उन्हें पढाई में और बेहतर करने की बात कही। उन्होंने कहा कि मातृभाषा के प्रचार प्रसार के लिए स्कूलों में बुंदेली भाषा का उपयोग होना चाहिए। बुंदेली भाषा बहुत ही प्रिय भाषा है। इसमें भाषा में अपनत्व और प्यार है। उन्होंने विद्यालय के अध्यापकों को बुंदेली भाषा पर जोर देने की बात कहते हुए कहा कि आम बोलचाल और पढाई के दौरान बुंदेली भाषा का प्रयोग किया जाए।