जल शक्ति अभियान के तहत ’’कैच द रेन’’ कार्यक्रम के तहत संचालित कार्यों की ली समीक्षा बैठक

मैनपुरी:(दिलनवाज)- केंद्र सरकार विद्युत मंत्रालय के उप सचिव अजय गैरोला, केंद्रीय भू-गर्भ जल बोर्ड के वैज्ञानिक हितेश के. रामटेके द्वारा जल शक्ति अभियान के अंतर्गत ’’कैच द रेन’’ कार्यक्रम के तहत संचालित कार्यों की समीक्षा करते हुए जनपद की प्रगति संतोषजनक पाए जाने पर कहा कि जिलाधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह, मुख्य विकास अधिकारी विनोद कुमार के कुशल नेतृत्व में ’’कैच द रेन’’ अभियान के तहत बेहतर कार्य हुआ है, जनपद में जल संचयन की दिशा में वाटर रेन हार्वेस्टिंग, सोकपिट निर्माण, अमृत सरोवर, तालाब जीर्णोद्धार, सूक्ष्म सिंचाई पद्धति, नाला-नहर सफाई के साथ-साथ अभियान के प्रति जन सामान्य को जागरूक करने की दिशा में जनपद के अधिकारियों ने टीम भावना से कार्य कर कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना योगदान दिया है, जो प्रशंसनीय है। उन्होंने समीक्षा के दौरान कहा कि जल शक्ति अभियान के अंतर्गत कैच द रेन कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य प्रत्येक ब्लॉक को भू-गर्भ जल के तहत सेफ जोन में रखना है। उन्होंने कहा कि जनपद का विकासखंड बरनाहल अति दोहन, डार्क जोन की श्रेणी में है जबकि विकास खंड जागीर, मैनपुरी, कुरावली में भी भू-गर्भ जल की स्थिति ठीक नहीं है, हम सबको इन्हें सेफ जोन में लाने के लिए सम्मिलित प्रयास करने होंगे, वर्षा जल संचयन के साथ-साथ भू-गर्भ जल के अति दोहन को रोकना होगा।
भारत सरकार से आयी 02 सदस्य टीम ने समीक्षा के दौरान अमृत सरोवर योजना के तहत 135 तालाबों के लक्ष्य के सापेक्ष 123 तालाओं के चिन्हिकरण का कार्य पूंर्ण हो चुका है, 77 तालाओं पर तकनीकी और वित्तीय स्वीकृति हो चुकी है, 44 तालाबों पर कार्य प्रगति पर है, 15 अगस्त 2022 तक जनपद में 15 अमृत सरोवर तालाबों का कार्य पूर्ण होने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने पाया कि जनपद में जल संचयन हेतु पंचायती राज विभाग द्वारा 445 सोकपिट बनाए गए हैं जबकि मनरेगा से 1990 सोकपिट का निर्माण कराया गया है, उद्यान विभाग द्वारा सूक्ष्म सिंचाई पद्धति के तहत 137 हेक्टेयर क्षेत्रफल में किसानों को लाभान्वित किया गया है।
भारत सरकार की टीम द्वारा प्राथमिक विद्यालय कीरतपुर में स्थापित रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का स्थलीय निरीक्षण किया गया, टीम द्वारा निमार्णाधीन अमृत सरोवर तालाब का भी स्थलीय निरीक्षण किया गया। इस अवसर पर उपायुक्त मनरेगा पी.सी. राम, अधिशासी अभियंता लघु सिंचाई खंड फिरोजाबाद पी.एन. गौतम, अधिशासी अभियंता जल निगम, भूमि संरक्षण अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी, कृषि वैज्ञानिक, सहायक अभियंता लघु सिंचाई राजपाल राज भास्कर आदि उपस्थित रहे।