चिकित्सकों के संगठनो ने की बैठक

झांसी/उत्तर प्रदेश:(सुल्तान आब्दी)–झांसी के एक स्थानीय होटल में चिकित्सकों के संगठन इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, झांसी प्राइवेट नर्सिंग होम्स एसोसिएशन एवं झांसी यूरोलॉजी एसोसिएशन के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित प्रेस मीट के दौरान चिकित्सकों ने बेहतर चिकित्सा सेवाओं को लेकर अपनी भूमिका को साझा किया ।
पत्रकार वार्ता के दौरान इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष / यूरोलॉजिस्ट डॉ मनीष जैन ने पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए बताया कि झांसी में स्वास्थ्य सेवाओं को विस्तार देती वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई की नगरी पूरे देश ही नहीं विश्व में अपने अमिट छाप बनाए हुए है , इस वीरांगना नगरी में चिकित्सकों का सक्रिय योगदान स्वतंत्रता के बाद से ही रहा है । एक ओर शासन द्वारा सरकारी स्तर पर जहां जिला चिकित्सालय और महारानी बाई मेडिकल कॉलेज संपूर्ण बुंदेलखंड के लोगों को उपचार का एक बड़ा संस्थान है । वहीं दूसरी ओर झांसी में प्राइवेट प्रैक्टिस एवं निजी नर्सिंग होम्स के माध्यम से लोगों को बेहतर उपचार के लिए सुविधाएं उपलब्ध होती हैं तो वहीं चिकित्सक हमेशा अपनी झांसी को सुंदर और स्वस्थ बनाने के लिए निरंतर प्रयत्नशील रहते हैं ।
डॉ मनीष जैन ने एक प्रकरण पर प्रकाश डालते हुए बताया कि झांसी के गुरसराय निवासी राजेंद्र गुप्ता जो परिवार के साथ अनेक तरह की जांच कराकर पूरी फाइल को दिखाते हुए उपचार के लिए पहुंचे थे । डॉक्टर ने कहा कि राजेंद्र गुप्ता की जो मेडिकल हिस्ट्री थी उस हिसाब से उनको सर्जरी के लिए सजेस्ट किया गया था । इसके बाद भी उन्होंने कुछ समय रुक कर सर्जरी के लिए कहा और तुरंत में दवा लिख देने की बात कही और वह चले गए ।
डॉ मनीष जैन ने कहा कि मुझे भी उसी दिवस में झांसी से बाहर जाना था और मैं चला गया 2 दिन बाद उनको उनके परिचित/ चिकित्सकों ने बताया कि अमुक राजेंद्र गुप्ता मरीज द्वारा आप पर आरोप लगाए जा रहे हैं , इस समाचार को झांसी न्यूज़ वार्ता नामक यूट्यूब चैनल के माध्यम से प्रसारित किया गया जिस पर उन्होंने खेद व्यक्त करते हुए कहा कि मीडिया को हमेशा मामले की तह तक जाकर अगर उसमें दूसरा पक्ष भी है तो उसको भी जाने बगैर किसी तरह का समाचार प्रकाशित करना ना केवल मानहानि है बल्कि चिकित्सकों की बेहतर सेवाओं में इस तरह का अनर्गल आरोप लगाकर मानसिक रूप से तनाव देना भी होता है ।
उन्होंने मीडिया और चिकित्सकों के बीच बेहतर संवाद और सामंजस्य की पैरवी करते हुए कहा कि बीते वर्षों में कोविड-19 के संकट में जिस तरह से चिकित्सकों और मीडिया ने मिलकर भूमिका निभाई वह बताती है कि यहां की माटी में सेवा भाव के साथ समर्पण भी लोगों में है उन्होंने कहा कि अनेक मामलों में मरीज, तीमारदार और चिकित्सक यहां तक कि कभी-कभी पत्रकार के बीच किसी मामले को लेकर भ्रांति बन जाती है तो ऐसी स्थिति में चिकित्सकों के संगठन के पदाधिकारियों से या सीधे संबंधित चिकित्सक से संपर्क कर उस पर प्रतिक्रिया ली जानी चाहिए ।
उन्होंने कहा कि मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है और इस स्तंभ की गरिमा को बनाए रखना हम सभी का ना केवल दायित्व है बल्कि धर्म भी है ।
चिकित्सक चाहते हैं कि स्मार्ट झांसी के सृजन में हम सभी मिलकर अच्छा माहौल तैयार करें जिससे हम चिकित्सक सभी मरीजों को भी बेहतर उपचार उपलब्ध करा सके । मीडिया के पत्रकारों ने भी चिकित्सक संगठनों के पदाधिकारियों मैं भी पत्रकारों के सवालों के जवाब दिए ।
पत्रकार वार्ता के दौरान आई एम ए झांसी की अध्यक्ष डॉ अलका सेठी, सचिव डॉ अनुपमा प्रकाश, झांसी प्राइवेट हॉस्पिटल नर्सिंग होम्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. आरआर सिंह, सचिव डॉ धीरज प्रकाश सहित डॉ. संजय चौबे, डॉ रजत जैन, अजय गुप्ता, डॉ. नवल खुराना, दिव्या जैन, डा. रामप्रताप बुंदेला, डॉ.सचित्र सचान सहित चिकित्सक मौजूद रहे ।