सीएचसी उतरौला में प्रयाप्त व्यवस्था न होने से मरीज जमीन पर बैठने को मजबूर

बलरामपुर/उतरौला:(संवाददाता गुलाम नबी कुरैशी)– उतरौला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पद के मुताबिक ना डॉक्टर हैं और ना ही पर्याप्त सुविधांए है वहीं कुछ डॉक्टरों के छुट्टी से व कुछ डाक्टरों के, प्रशिक्षण अथवा शिविर में रहते हैं। जिसके कारण मरीजों की लंबी कतार लगी रहती है। वहीं मरीजों के बैठने के लिए न चेयर हैं न पर्याप्त कुर्सी है। जिसके वजह से मरीज़ जमीन पर बैठने को मजबूर हैं।
स्वास्थ्य केंद्र में प्रतिदिन 100 से लेकर 150 मरीज उपचार कराने पहुंचते है। उसके हिसाब से यहां पर डॉक्टरों की कमी से मरीजों को हलाकान होना पड़ रहा है। आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से भी यहां ग्रामीण आते हैं। आने वाले मरीजों के लिहाज से यहां बैठने की व्यवस्था नहीं है। मरीजो को जमीन पर बैठकर अपनी बारी का इंतजार करते है। टाईम से पहले डाक्टरों के गायब हो जाने से घंटों इंतजार करते हैं। मरीजो की संख्या ज्यादा होने के कारण मरीजो को परेशानियों का सामना करना पड़ता है स्वास्थ्य केंद्र में आने वाले लोगों ने बताया की सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात डॉक्टर कभी भी अपने समय पर अस्पताल नहीं पहुंचते हैं। डॉक्टरों के आने का समय भले निश्चित न हो मगर जाने का समय हमेशा निश्चित रहता है। यहां पर चरणों में डॉक्टरों की ड्यूटी लगती है। उस में भी समय पर नहीं मिलते डॉक्टर।खास कर प्रसव के लिए आने वाली महिलाओं के साथ जो देखभाल करने वाले तीमारदार होते हैं प्रसव के कक्ष के बाहर उनको जमीन पर बैठकर इंतजार करना पड़ता है। जहा एक तरफ योगी सरकार महिलाओं के सम्मान के लिए तरह तरह के जतन कर रही वहीं कुछ विभागों के जिम्मेदार लोग उनके पानी फेरते नज़र आ रहे हैं।
वहीं जब इस सम्बन्ध में जिला चिकित्सा अधिकारी से बात की गई तो उन का फ़ोन उठा नहीं वहीं जब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधीक्षक डाक्टर सीपी सिंह से बात किया गया तो उन्होंने बताया कि मामले का संज्ञान लेकर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी ।