गुरूवार से ‘एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर अभियान’ शुरू 

अभियान के पहले चरण में जिले ने राज्य स्तर पर प्राप्त किया चौथा स्थान
गर्भावस्था और प्रसवोपरांत महिलाओं के पोषण पर रहेगा विशेष जोर
अभियान की सफलता के लिए आशा कार्यकर्ताओं का किया जा रहा है उन्मुखीकरण
फर्रुखाबाद/उत्तर प्रदेश:–शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए एक सितम्बर यानि गुरूवार से ‘ एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर’ अभियान चलाया जाएगा । मातृ स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत चलने वाले इस अभियान में गर्भावस्था और प्रसवोपरांत महिलाओं के पोषण पर विशेष जोर दिया जायेगा। अभियान के तहत आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर गर्भवती और धात्री महिलाओं को चिन्हित कर सूचीबद्ध करेंगी, ताकि सेहत को लेकर उनका फालोअप किया जा सके। अभियान की सफलता के लिए सोमवार को सीएचसी कायमगंज में आशा कार्यकर्ताओं का उन्मुखीकरण किया गया |
इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ अवनींद्र कुमार ने बताया कि जब हमारी गर्भवती महिला सुरक्षित रहेगी तभी आगे आने वाला भविष्य भी सुरक्षित रहेगा l सीएमओ ने कहा ज़िला स्तर पर वैसे तो रोज ही गर्भवती महिला की प्रसव पूर्व जांचें की जाती हैं l लेकिन शासन की तरफ से उनकी वृहद स्तर पर जांच के लिए प्रत्येक माह की 9 और 24 तारीख नियत की गई है इस दिन सीएचसी, पीएचसी, उपकेंद्र, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर से लेकर जिला स्तरीय अस्पताल में भी गर्भवती महिला की प्रसव पूर्व जांच की जाती है l
डॉ वर्मा ने बताया कि एक से 23 सितम्बर तक गर्भवती और धात्री पर विशेष ध्यान दिया जायेगा । 24 से 30 सितम्बर तक छूटे हुए लाभार्थियों के लिए मापअप सप्ताह मनाया जाएगा और आवश्यक सेवाएँ प्रदान की जाएगी।
जिला मातृ स्वास्थ्य परामर्शदाता अतुल गुप्ता ने बताया कि एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर’ अभियान के तहत मिलने वाली सेवा सभी स्वास्थ्य इकाईयों, ओपीडी और आईडीपी, ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस (वीएचएसएनडी),पीएमएसएमए (प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान) तथा पीएमएसएमए (प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान) प्लस एंव मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेला के माध्यम से भी दी जायेगी।
अतुल ने बताया कि मई माह में चले अभियान के दौरान जिले ने शासन की तरफ से दिए गए लक्ष्य 63973 के सापेक्ष 59781 गर्भवती और धात्री महिलाओं को ट्रैक कर उनके स्वास्थ्य सम्बन्धी जानकारी ई कवच पोर्टल पर दर्ज़ की जिसके अनुसार जिले ने राज्य स्तर पर चौथा स्थान प्राप्त किया है l उन्होंने बताया कि पीलीभीत जिला ने राज्य स्तर पर पहला स्थान तो वहीं हाथरस और बदायूं जिले ने दूसरा व तीसरा स्थान प्राप्त किया l हम सभी का इस बार भी भरसक प्रयास रहेगा कि हम चौथे स्थान से आगे बढ़ जाएं l
इस दौरान यूनिसेफ से बीएमसी गुफरान, आशा कार्यकर्ता और आशा संगिनी मौजूद रहीं l
इन केन्द्रों के माध्यम से मिलेंगी सेवाएँ
• सभी स्वास्थ्य इकाईयों पर ओपीडी और आईडीपी के माध्यम से
• ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस ( वीएचएसएनडी) के माध्यम से
• पीएमएसएमए तथा पीएमएसएमए प्लस के माध्यम से
• मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेला के माध्यम से