June 24, 2025

एडीजी जॉन प्रयागराज की पहल पर साइबर अपराध रोकने के लिए आयोजित हुआ प्रशिक्षण और जागरूकता कार्यक्रम, दिल्ली से आये साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट ने पुलिस और आमजन को किया जागरूक

 एडीजी जॉन प्रयागराज की पहल पर साइबर अपराध रोकने के लिए आयोजित हुआ प्रशिक्षण और जागरूकता कार्यक्रम, दिल्ली से आये साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट ने पुलिस और आमजन को किया जागरूक

महोबा/उत्तर प्रदेश:(संवाददाता इसराईल कुरैशी)– बढ़ते साइबर अपराधों से बचने के लिये एडीजी जोन प्रयागराज की पहल पर पूरे जोन में चलाए जा रहे जागरूकता अभियान के तहत आज महोबा में एक दिवसीय साइबर प्रशिक्षण एवं जागरूकता कार्यक्रम वीर भूमि डिग्री कॉलेज में आयोजित हुआ। इस कार्यक्रम में दिल्ली से आये साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट डॉ. रक्षित टण्डन द्वारा साइबर अपराधों से बचाव और कानूनों की जानकारियां लोगों को दी गई है।

दरअसल आपको बता दें की साइबर अपराध और डिजिटल क्राइम में बढ़ोतरी लगातार हो रही है। इनसे बचने के लिए लोगों को जागरूक करना ही एक उपाय है। जिसे एडीजे जोन प्रयागराज ने गंभीरता से लेते हुए 31 जनवरी से 8 फरवरी तक पूरे जॉन में साइबर प्रशिक्षण और जागरूकता कार्यक्रम शुरू कराया है। इसी के तहत महोबा में भी शहर के वीर भूमि डिग्री कॉलेज में महोबा पुलिस द्वारा उक्त कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम में अपर पुलिस अधीक्षक आरके गौतम सहित सीओ सिटी राम प्रवेश राय, उप जिला अधिकारी जीतेन्द्र कुमार सहित जनपद के सभी क्षेत्राधिकारी और थाना प्रभारी सहित स्कूली छात्र-छात्राएं , गणमान्य नागरिक मौजूद रहे। इस कार्यक्रम में दिल्ली से आये साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट डॉ. रक्षित टंडन ने मौजूद लोगों को जागरूक करने का काम किया।आयोजित इस कार्यक्रम में डॉ. रक्षित टंडन ने होने वाले साइबर अपराधों से अपना बचाव कैसे करें इसको लेकर कई उदाहरणों को बताते हुए मौजूद लोगों को जागरूक करने का काम किया है। बच्चों, महिलाओं के साथ घटित होने वाले साइबर अपराधों को रोकने के लिए कानूनों की जानकारियां भी उनके द्वारा दी गई।

इसके अलावा ऑनलाइन हो रही ठगी साथ बैंकिंग और ऑनलाइन शॉपिंग में हो रहे धोखाधड़ी को कैसे रोका जाए इसको लेकर भी जागरूक किया गया।उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया अकाउंट को हैकिंग कर लोगों को प्रताड़ित परेशान किया जाता है और फिर पैसों की मांग की जाती है। इसके अलावा तमाम प्रकार के साइबर अपराध बढ़ रहे हैं उन्हें रोकने के लिए सुरक्षा ही सबसे बड़ा उपाय है। इसके लिए हम आपको सावधानी बरतने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि एडीजी जॉन प्रयागराज द्वारा दो सेशन में कार्यक्रम करने के निर्देश हैं। जिसके तहत पहले पुलिस को प्रशिक्षण दिया जा रहा है और दूसरे सेशन में आम लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इस समय साइबर अपराध बहुत तेजी से बढ़ रहा है सभी लोग डिजिटल स्मार्टफोन ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं। जिसके लिए हमें इसके खतरे और बचाव की जानकारी होना जरूरी है। प्रत्येक व्यक्ति के पास स्मार्टफोन है सोशल मीडिया में होने के साथ-साथ यूपीआई का भी इस्तेमाल करते हैं। इसलिए साइबर अपराध की खतरों के बारे में जानकारी होने पर ही उनसे बचाव संभव है। जिसके लिए यह जागरूकता अभियान चलाया जा रहे हैं। इसलिए पुलिस को भी प्रशिक्षण देना जरूरी है क्योंकि दिखाई पड़ रहा है कि सभी अपराधों में साइबर अपराध पैर पसारता जा रहा है। शातिर अपराधी ई मेल को हेंक कर मोबाइल डाटा परत कब्ज़ा कर लेते है और बैंक खाते तक भी पहुंचकर धोखाधड़ी को अंजाम देते है।

इसलिए बचाव हेतु दोहरी सुरक्षा ही सबसे अहम उपाय है। साइबर अपराध को रोकने के साथ- साथ अपराध करने वाले को कैसे ट्रेस किया जाए इस पर भी काम किया जा रहा है। खासकर युवा पीढ़ी और बच्चों को बता रहे हैं कि वह अपने फोन को कैसे सुरक्षित रखें और सोशल मीडिया में भी सुरक्षित रहें। आने वाली अनजान लिंक को क्लिक न करें और कोई भी अनजान ऐप डाउनलोड ना करें।

बैंकिंग और शॉपिंग करते समय क्या क्या सावधानी बरतनी है इसको लेकर भी लोगों को जागरूक कर रहे हैं। यदि कोई साइबर अपराध का शिकार हो रहा है तो वह पुलिस के जारी हेल्पलाइन नंबर 1930 पर तत्काल फोन कर मदद ले सकता है जिससे उसके साथ हुई डिजिटली धोखाधड़ी पर आरोपी के खिलाफ कार्यवाही के साथ-साथ गया पैसा भी वापस दिलाने में मदद की जायेगी।

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