भोगवादी प्रवृत्ति ने गंगा, सहायक नदियों एवं अन्य प्राकृतिक संसाधनों को नुकसान पहुंचाया: रामाशीष जी

झांसी/उत्तर प्रदेश:(संवाददाता सुल्तान आब्दी)–गंगा समग्र के तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन बेगूसराय (बिहार )से लौटकर गंगा समग्र के जिला संयोजक राघव वर्मा ने बताया कि वहां राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक एवं गंगा समग्र के राष्ट्रीय संगठन मंत्री रामाशीष जी ने अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि एसटीपी से निकलने वाले जल को नदियों में ना डालकर कृषि एवं उद्योग में उपयोग करने की जरूरत है ।
भोगवादी प्रवृत्ति ने गंगा सहित अन्य प्राकृतिक संसाधनों को नुकसान पहुंचाया है। इसके लिए सरकार के साथ ही समाज की भूमिका महत्वपूर्ण है। सरकार एवं समाज मिलकर इस समस्या का निदान कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि जोशीमठ की त्रासदी भोगवादी संस्कृति की देन अंग्रेजों ने सभी जल तीर्थों को वाटर बॉडी मानने की गलती की थी इसका खामियाजा आज पूरा देश भोग रहा है।
विकृत आस्था और कुप्रथाओं के चलते भी गंगा एवं उसकी सहायक नदियों का बहुत नुकसान हुआ है इसे सामाजिक जागरण के जरिए दूर किया जाएगा। इन विसंगतियों को दूर करने के लिए गंगा समग्र का उदय हुआ है। उन्होंने गंगा समग्र के 15 आयामों के गठन की सूचना दी।
तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन को संबोधित करते हुए गंगा समग्र के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ आशीष गौतम ने कहा कि गंगा समग्र का एक ही ध्येय है, की मां गंगा एवं उनकी सहायक नदियां भारतीय संस्कृति का विकास एवं पोषण अनंत काल तक करती रहे। गंगा एवं उसकी सहायक नदियों की सेवा के लिए विदुता की जरूरत नहीं सिर्फ संकल्प होना आवश्यक है। राष्ट्रीय अधिवेशन में प्रस्ताव पेश कर सरकार से मांग की गई सीवेज और औद्योगिक उत्सर्जन को किसी भी रूप में नदी में नहीं डाल कर इसे कृषि और उद्योगों के लिए इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
राष्ट्रीय अधिवेशन की अध्यक्षता गंगा समग्र के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमृत प्रसाद सिंह ने करते हुए गंगा समग्र के कानपुर प्रांत के संयोजक राजेश जी को सहायक नदी आयाम का राष्ट्रीय सह प्रमुख के रूप में सेवा देने की घोषणा की।
राष्ट्रीय अधिवेशन के अंतिम दिन गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय एवं राज्यसभा सांसद प्रखर वक्ता राकेश सिन्हा जी ने भी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया।
कानपुर प्रांत के अंतर्गत आने वाले झांसी से भी कई कार्यकर्ताओं के साथ राजेंद्र सिंह (राजस्थान) झांसी ग्रामीण के जिला संयोजक जमुना प्रसाद पुरोहित भी उपस्थित रहे।