शिक्षा के लिये ना रहे कोई मोहताज, यही हमारा प्रयास- संघर्ष सेवा समिति

बूढ़ी माँ के कंधों का कुछ बोझ अब संदीप ने लिया अपने कंधों पर
एक शिक्षित बेटी विवाह के बाद पूरे परिवार को सभ्य बनाती है- डाॅ० संदीप सरावगी
झाँसी/उत्तर प्रदेश:(सुल्तान आब्दी)–अन्दर ओरछा गेट के कुष्टयाना मोहल्ले निवासी किरन नायर नामक महिला जिनके पति के देहांत के बाद सारा भार बूढ़े कंधों पर आ गया था उनकी दो बेटियां हैं जिसमें एक बेटी बीटेक कर रही है बूढ़ी मां जैसे तैसे संसाधन जुटाकर गुजर बसर कर रही है। आज के युग में सर्वाधिक खर्चा शिक्षा पर हो रहा है बच्चों की शिक्षा के साथ घर का खर्च चलाना अकेली महिला के लिए मुश्किल होता जा रहा था मामले की जानकारी संघर्ष सेवा समिति वार्ड नंबर 11 की अध्यक्ष नैना पाखरे को मिली जानकारी के पश्चात किरण नायर को झोकन बाग स्थित संघर्ष सेवा समिति कार्यालय पर बुलाया गया जहां उनकी सारी समस्याओं को विस्तार से सुना गया। मुख्य समस्या शिक्षा पर हो रहे खर्च की थी जिस पर संघर्ष सेवा समिति की पूरी टीम विचार विमर्श कर रही है किस तरह बच्चों की शिक्षा को सुचारु रखा जाए जल्दी संघर्ष सेवा समिति इस पर कोई ठोस कदम उठायेगी साथ ही महिला को 1 महीने का राशन दिया गया जिससे महिला घर की चिंता छोड़कर एकाग्र मन से बच्चों की शिक्षा पर ध्यान दे पायें। संघर्ष सेवा समिति के संस्थापक डॉ० संदीप सरावगी ने कहा हम आजीवन आपकी मदद के लिए तैयार हैं जो भी समस्या आपको आयेगी हमारी संस्था अपनी क्षमता अनुसार उसका निराकरण करने का प्रयास करेगी। आज के समय में महिलाओं को शिक्षित होना बहुत जरूरी है क्योंकि एक शिक्षित महिला पूरे परिवार को सभ्य बनाती है। इस दौरान संघर्ष सेवा समिति से ओपी यादव, राजू सेन, राकेश अहिरवार, सुशांत गुप्ता, बसंत गुप्ता आदि के साथ उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के मंडल अध्यक्ष राज नारायण मिश्रा उपस्थित रहे।