मंत्री, महिला कल्याण, बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार, उत्तर प्रदेश शासन ने की विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षात्मक बैठक

पोषाहार का वितरण लाभार्थियों को शासन के दिशा निर्देशों के अनुरूप समय से पूर्ण कराएं
ग्रामीण क्षेत्र में कार्य करने वाली आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों के कार्यों की निगरानी की जाए
कुपोषित बच्चों को पोषाहार का वितरण कराते हुए वितरण उपरांत यह निगरानी रखी जाए की पोषाहार उक्त कुपोषित बच्चे को ही प्राप्त हो
महिलाओं एवं बच्चों के उत्पीड़न संबंधी शिकायतों पर अनिवार्यता के साथ संज्ञान लेते हुए नियम संगत आवश्यक कार्यवाही पूर्ण करें : मंत्री
झाँसी/उत्तर प्रदेश:(सुल्तान आब्दी)– मंत्री, महिला कल्याण, बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार, उत्तर प्रदेश शासन बेबी रानी मौर्य की अध्यक्षता में उनके एक दिवसीय भ्रमण कार्यक्रम के तहत जनपद के विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक का आयोजन सर्किट हाउस सभागार में किया गया।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए मंत्री ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिए कि पोषाहार का वितरण लाभार्थियों को शासन के दिशा निर्देशों के अनुरूप समय से पूर्ण कराएं, पोषाहार वितरण संबंधी शिकायतों को प्राथमिकता के साथ निस्तारित करें। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में कार्य करने वाली आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों के कार्यों की निगरानी की जाए, साथ ही संतोषजनक कार्य न करने वाली आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों के विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही अमल में लाई जाए। कुपोषित बच्चों को पोषाहार का वितरण कराते हुए वितरण उपरांत यह निगरानी रखी जाए की पोषाहार उक्त कुपोषित बच्चे को ही मिले। उन्होंने उपनिदेशक महिला कल्याण को निर्देश दिए कि झांसी, ललितपुर एवं जालौन में वन स्टॉप सेंटर का निर्माण कार्य शीघ्रता के साथ पूर्ण कराएं तथा महिलाओं एवं बच्चों के उत्पीड़न संबंधी शिकायतों पर अनिवार्यता के साथ संज्ञान लेते हुए नियम संगत आवश्यक कार्यवाही पूर्ण करें।
बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि जनपद में कुल 1379 आंगनवाड़ी केंद्र संचालित है, 0 से 5 आयु वर्ग के बच्चों की संख्या 110126 है जिनमें सामान्य श्रेणी के कुल 96854, कुपोषित श्रेणी के 9787 बच्चे एवं अति कुपोषित प्रेमी के 3485 बच्चे चिन्हित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि इन आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से 129885 लाभार्थियों को स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से गेहूं का दलिया, फोर्टीफाइड खाद्य तेल, चना दाल एवं फोर्टीफाइड चावल का वितरण शासन के निर्देशानुसार नियमित रूप से किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 6 माह से 6 वर्ष तक की आयु के बच्चे, गर्भवती/धात्री महिलाएं एवं अतिकुपोषित बच्चों को पोषाहार (ड्राई राशन) का वितरण भी मानक के अनुरूप किया जा रहा है। जनपद में संचालित 1379 आंगनवाड़ी केंद्रों के में से 465 आंगनवाड़ी केंद्रों का संचालन विभागीय भवनों में किया जा रहा है। आंगनवाड़ी केंद्रों में बच्चे के ठहराव एवं मनोरंजनपूर्ण औपचारिक शिक्षा हेतु आंगनवाड़ी केंद्रों का बाल मैत्रिक एवं आकर्षक होना अति आवश्यक है। प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री द्वारा दिनांक-16.09.2022 को प्रदेश में कुल 501 आंगनवाड़ी केंद्रों का लोकार्पण एवं 199 आंगनवाड़ी केंद्रों का शिलान्यास लखनऊ लोक भवन में किया गया है, जिसके क्रम में एनआईसी भवन कलेक्ट्रेट में जनप्रतिनिधि/अधिकारीगणों की गरिमामय उपस्थिति में जनपद झांसी के 27 नवनिर्मित आंगनवाड़ी केंद्र बबलू का लोकार्पण किया गया है इन 27 केंद्रों को पंचायती राज विभाग से पूर्व की भांति आंगनवाड़ी केंद्रों पर वॉल पेंटिंग कामा फर्नीचर आदि की कार्यवाही की जा रही है। आदर्श आंगनवाड़ी केंद्र बनाए जाने के क्रम में जनपद में माननीय जनप्रतिनिधियों एवं जनपद स्तरीय तथा ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों द्वारा कुल 205 आंगनवाडी केंद्रों को गोद लिया गया है।
बैठक में जिला प्रोबेशन अधिकारी ने बताया कि जनपद में निराश्रित महिला पेंशन के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 22 तारीख में कुल 37488 लाभार्थियों को उनके खाते में प्रथम किस्त भेजी जा चुकी है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2022-23 में कुल 1926 आवेदन प्राप्त हुए हैं जिसके सापेक्ष 1676 लाभार्थी पात्र पाए गए हैं साथ ही इन लाभार्थियों को कन्या सुमंगला योजना के लाभ से आच्छादित किया जा चुका है, इसके साथ ही उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार की महत्वकांक्षी योजना मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2022-23 में कुल 410 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनमें से 386 बच्चों को उक्त योजना से लाभान्वित किया जा चुका है।
बैठक में उपनिदेशक समाज कल्याण श्रवण कुमार, जिला प्रोबेशन अधिकारी सुरेंद्र कुमार पटेल, जिला कार्यक्रम अधिकारी नरेंद्र सिंह सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।