August 10, 2025

झाँसी में कुडरी घाट पर खनन कारोबारी बने पर्यावरण के दुश्मन, उजाड़ रहे जंगल के हरे पेड़

 झाँसी में कुडरी घाट पर खनन कारोबारी बने पर्यावरण के दुश्मन, उजाड़ रहे जंगल के हरे पेड़


गरौठा/उत्तर प्रदेश:(संवाददाता सुनील जैन) – झाँसी के खनन कारोबारी यहां के पर्यावरण के लिए खतरा बन गए हैं। जिन खनन कारोबारियों को सरकार नदी के तट से बालू खोदने का टेंडर दिया है वह नियमों को ताक पर रखकर नदी की धारा से बालू निकालने का काम कर रहे हैं। झांसी जनपद के कुड़री घाट पर बालू खनन का नजारा देखकर पर्यावरण कार्यकर्ता और एनजीटी भी हैरत में पड़ सकता है, यहां नदी की धारा में रास्ता बनाकर प्रतिबंध मशीनों के सहारे बालू खनन का काम धड़ल्ले से हो रहा है। हैरत की बात है कि प्रशासन और खनन विभाग के अफसर इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं । इससे एक ओर जहां सरकार के नियमों की अनदेखी हो रही है तो दूसरी ओर बुंदेलखंड की लाइफलाइन कही जाने वाली बेतवा नदी के अस्तित्व और स्वरूप पर भी बड़ा खतरा मंडरा रहा है!

खनन कारोबारी आसपास के जंगल वन विभाग के हरे पेड़ों को काटकर ट्रैक्टरों में ले जाते हुए साफ तौर पर नजर आ रहे हैं जो कि गैर कानूनी है!

एक तरफ सरकार द्वारा करोड़ों रुपए खर्च कर वृक्षारोपण का कार्यक्रम चलाया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ खनन कारोबारी निज स्वार्थ के लिए खुलेआम हरे पेड़ उजाड़ रहे हैं।

बात सिर्फ खनन कारोबारियों के गैर जिम्मेदार रवैया की नहीं है, बल्कि प्रशासनिक अफसरों की भूमिका पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं । तस्वीरें साफ तौर पर बयां कर रही हैं । कारोबारियों के मन में ना तो कानून का डर है ना ही अफसरों का । ऐसा लगता है कि पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने की साजिश में खनन कारोबारी और सरकारी अफसर एक साथ खड़े है.।

PUBLISH BY KTH NEWS NETWORK

https://kuchtohai.in