June 24, 2025

महेन्द्र इलाज के लिये है मोहताज, ना जाने कैसा है यह समाज

 महेन्द्र इलाज के लिये है मोहताज, ना जाने कैसा है यह समाज

बड़े भाई की तरह महेन्द्र की करूंगा सहायता- डाॅ० संदीप सरावगी

संघर्ष सेवा समिति ने महेंद्र को इलाज के लिए भेजा एम्स

झाँसी/उत्तर प्रदेश:(सुल्तान आब्दी)–पिता का साया बचपन में ही सर से उठ गया था, माँ ने किसी तरह महेन्द्र को पाला लेकिन कोरोना बीमारी के चलते 2 वर्ष पूर्व माँ भी काल के गाल में समा गई। अब अकेला बचा महेंद्र अपने जीवन यापन के लिए दुकान पर काम करने लगा साथ ही शिक्षा भी ग्रहण कर रहा था लेकिन आंखों में हुई समस्या आड़े आ रही थी महेंद्र को एक आंख से कम दिखाई देता है और दूसरी आंख में रोशनी नहीं है। जैसे तैसे जीवन कट रहा था किसी तरह पैसा इकट्ठा कर महेंद्र ने आंखों का इलाज शुरू करवाया। दिल्ली के एम्स अस्पताल में 27 सितंबर ऑपरेशन की डेट भी मिल गई लेकिन महेंद्र के पास आने जाने और रुकने के लिए पैसे की व्यवस्था नहीं थी ऊपर से बरसात के मौसम में घर की हालत भी जर्जर हो रही है। बरुआसागर में जनता के बीच असहायों को खोज रही संघर्ष सेवा समिति की टीम ने महेंद्र को खोज निकाला, सारी समस्यायें विस्तार से सुनी गई उनके निराकरण में सहायता देने की बात भी रखी गई आज महेन्द्र संघर्ष सेवा समिति टीम के साथ झोकन बाग स्थित कार्यालय पहुँचा। जहाँ महेंद्र ने पूरी समस्या समाजसेवी डॉ० संदीप सरावगी के सामने रखी तात्कालिक सहायता के रूप में महेंद्र को कुछ धनराशि प्रदान की गई जिससे वह एम्स जाकर अपना इलाज शुरू करा सके साथ ही महेंद्र को आश्वासन दिया गया जब वह अपना इलाज करा कर लौटेगा तब बाकी समस्याओं के बारे में भी चर्चा की जाएगी और उन्हें उनका निराकरण करने का प्रयास किया जाएगा। संदीप सरावगी ने कहा महेन्द्र के सिर से मां बाप का साया तो उठ गया लेकिन बड़े भाई के रूप में मैं हमेशा उसके साथ खड़ा रहूँगा। हम महेंद्र को बेहतर रोजगार दिलाने का भी प्रयास कर रहे हैं साथ ही उसके घर के जीर्णोद्धार के लिए भी हर संभव सहायता करेंगे। इस भावुक पल में महेंद्र की आंखें नम हो गई और उसने भी संघर्ष सेवा समिति के सदस्य के रूप में कार्य करते हुए समाजसेवा का वादा किया। संघर्ष सेवा समिति की पूरी टीम ने उसे सफल ऑपरेशन और सुरक्षित यात्रा हेतु शुभकामनायें दीं। इस दौरान शमीम राइन, उस्मान खान एवं संघर्ष सेवा समिति से विवेक वर्मा, ओ०पी० यादव, राजू सेन, बसंत गुप्ता, सुशांत गेड़ा आदि सदस्य उपस्थित रहे।

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