श्रीराम की तपोभूमि चित्रकूट में भगवत गीता का प्रचार करेगी इस्कान की हरिनाम संकीर्तन पदयात्रा श्रद्धालुओ ने पदयात्रा का खुशीपुरा, अग्रसेन चौक पर किया भव्य स्वागत, हरिनाम संकीर्तन पदयात्रा चित्रकूट हुई रवाना

झांसी/उत्तर प्रदेश:(संवाददाता सुल्तान आब्दी)+ भगवद् गीता का प्रचार करने व्रंदावन से शुरू हुई इस्कान की हरिनाम संकीर्तन पदयात्रा बुधवार को वीरांगना महारानी लक्ष्मी बाई की धरा झांसी से भगवान श्रीराम की तपोभूमि चित्रकूट के लिए रवाना हुई। इससे पहले खुशीपुरा, अग्रसेन चौक पर श्रद्धालुओं ने हरे रामा हरे कृष्णा महामंत्र के जयकारे लगाये और पुष्प वर्षा की।
यह संकीर्तन पदयात्रा झाँसी- चित्रकूट के ग्रामीण इलाकों में संगीत के मधुर स्वरों पर हरिनाम संकीर्तन कर भगवद गीता का प्रचार प्रसार करेगी।
उल्लेखनीय है कि श्रील प्रभुपाद जी के जन्म शताब्दी वर्ष पर श्रील लोकनाथ स्वामी महाराज ने विश्व के 108 संकीर्तन पदयात्रा का आयोजन किया था। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश संकीर्तन पदयात्रा का करीब एक माह पहले महानगर में आगमन हुआ था। पदयात्रा में सुन्दर काठियावाड़ी रथ पर भगवान चैतन्य महाप्रभु, नित्यानंद प्रभु के दिव्य विग्रह व श्रील प्रभुपाद की मूर्ति विराजमान है।
इस अवसर पर संकीर्तन पदयात्रा के प्रभारी ऋतुदास ब्रह्मचारी, मंदिर अध्यक्ष ब्रजभूमि दास प्रभु, वरिष्ठ ब्रह्मचारी महामुनी दामोदर दास प्रभु ,पीयूष रावत,अभय चरणारविन्द दास जी, रमेश राय, अजय अग्रवाल, चंद्रभान दास, हनुमान दास,अंकित सोनी, आर के टेलर्स सुरेंद्र राय, महेश सर्राफ, राजीव अग्रवाल,अशोक सेठ, मनीष नीखरा, रमेश राय , सुन्दर मोहन दास चंद्रभानु दास विवस्वान दास आदि उपस्थित रहे. !