बीस दिवसीय संस्कृत भाषा शिक्षण कार्यशाला में बौद्धिक चर्चा सत्र

लखीमपुर खीरी: (नूरुद्दीन)-उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान लखनऊ भाषा विभाग उत्तर प्रदेश शासन द्वारा आयोजित 20 दिवसीय संस्कृत भाषा शिक्षण कार्यशाला में दिनांक 27 मई 2022 सायं 7 बजे संस्थान के निदेशक पवन कुमार आईएएस और अध्यक्ष डॉ० वाचस्पति मिश्र के निर्देशानुसार ऑनलाइन बौद्धिक चर्चा सत्र का आयोजन हुआ।
चर्चा सत्र में बतौर मुख्यातिथि संस्थान के पदाधिकारी सह प्रशिक्षण प्रमुख तकनीकी सुशील कुमार शोभायमान रहे।आपने अपने प्रेरणादायक उद्बोधन में संस्कृत कार्यशाला में अध्ययनरत संस्कृत शिक्षार्थियों को कहानी और प्रेरक वृत्तान्त के माध्यम से संस्कृत भाषा के प्रति लगाव और नियमित पढ़ने के लिए प्रेरित करते हुए आगामी तृतीय स्तर चतुर्थ स्तर और पंचम स्तर सहित शास्त्रीय कार्यशाला के आयोजन की सूचना समस्त संस्कृत अनुरागियों के मध्य साझा की और साथ ही साथ संस्थान के प्रशिक्षकों के की सराहना करते हुए संस्कृत भाषा के प्रचार-प्रसार हेतु अहर्निश यथेष्ठ योगदान देने हेतु निर्देशित किया।
चर्चा सत्र के अन्त में मुख्यातिथि द्वारा कार्यशाला में शिक्षण प्राप्त करने वाले अतिथियों से कक्षा और प्रशिक्षकों के व्यवहार स्वरूप अनुभव मांगा जिसमें लता देसाई श्यामा तिवारी प्रियांशी सुभाष पाठक भूपेश याज्ञनिक प्रियंका पाटिल सपना सिंह अंजली रोहतगी शिवप्रसाद सिंह, वंदना विष्णु प्रिया श्रीमोहन राजुरकर और खुशबू सहित अनेक लोगों ने मुख्यातिथि को अपने अपने अनुभव व्यक्त कर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री महोदय योगी आदित्यनाथ और उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान लखनऊ के अध्यक्ष डॉ० वाचस्पति मिश्र और समस्त पदाधिकारियों का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया और इसी प्रकार कार्यशाला आयोजित होती रहें ऐसा आग्रह भी किया।
उक्त चर्चा सत्र गौष्ठी में डाॅ हसन खान ओमदत्त द्विवेदी अमित सामवेदी पंकज शर्मा शशीकांत मनीष मिश्र और सविता मौर्या मीना कुमारी आदि प्रशिक्षकों की कक्षा के एक सैकड़ा से अधिक संस्कृत अनुरागियों सहित योजना सर्वेक्षिका डॉ चन्द्रकला शाक्या प्रशिक्षण प्रमुख डॉ.सुधीष्ठ मिश्र और प्रशिक्षण समन्वयक श्री धीरज मैठाणी आदि समुपस्थित रहे।