तर्क में असीम ताकत, दूर होता अन्धविश्वास : बलवन्त सिंह

सत्य शोधक सम्मेलन में विज्ञानवदियों ने लगाई दहाड़
सीतापुर/उत्तर प्रदेश:(नूरुद्दीन)–तर्क में बहुत बड़ी ताकत होती है तर्क के सामने बड़े से बड़ा पोंगापंथी, अंधविश्वासी और पाखंडी निरुत्तर हो जाता हैं उसकी कलई खुल जाती हैं. यह बात सत्यशोधक सम्मेलन में हरियाणा से पधारे तर्कशील सोसायटी कुरूक्षेत्र के अध्यक्ष सरदार बलवंत सिंह ने जिला पंचायत सभागार में विदज्जनों को संबोधित करते हुए कही. दक्षिण भारत बंगलौर से पधारे वरिष्ठ साहित्यकार डाॅ. रणजीत ने इस अप्रतिम कार्यक्रम का औपचारिक उद्घाटन करते हुए कहा कि उस ईश्वर के प्रति क्या आस्था रखी जाये जो अन्याय के वातावरण में भी अपने पूजा स्थल से बाहर निकलना ही नहीं चाहता. गुणगांव से आये ईश्वर नास्तिक ने कहा कि जब तक किसी देश मैं अंधविश्वास रहेगा तब तक वह देश तरक्की की मंजिल नहीं तय कर सकता इसलिए हम सब लोगों को तर्क के रास्ते पर चलना होगा सच्चाई के रास्ते पर चलते ही झूठ का साम्राज्य खत्म हो जाता है।
बी पी एस एस के प्रदेश अध्यक्ष गोकरन लाल मौर्या ने कहा की जब तक देश का वंचित तबका साहस के साथ तर्क प्रिय नहीं बनेगा तब तक उनका विकास रुका रहेगा क्योंकि विकास के द्वार साहस और तर्क के दम पर खुलते है. सामाजिक इंसाफ के लिए सभी को एक मंच पर आना होगा बीपीएसएस भी एक वैकल्पिक मंच है. यादव शक्ति पत्रिका के प्रधान संपादक राजवीर सिंह यादव ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए कहा कि जो विज्ञान और संविधान को नहीं मानेगा वह आज के दौर में अशिक्षित ही कहा जायेगा इसकी पढ़ाई सत्य शोधक जैसे कार्यक्रमों में होती है।
ऐसे आयोजनों हर एक जिज्ञासु को भाग लेना चाहिए. कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए नास्तिक न्यास केन्द्र सीतापुर के संस्थापक के जी त्रिवेदी ने कहा कि नास्तिक व्यक्ति मूर्ख नही हो सकता है वह तर्कशील होता है तथा भाग्य भगवान में उसकी कोई आस्था नही होती है. साहित्यकार मनोज मलिक की काव्य कृति मानवता के गीत का लोकार्पण भी हुआ.कामरेेेड अर्जुन लाल ने सभी अभ्यागतों के प्रति आभार अभिनन्दन प्रकट किया. पंजाब से रामकुमार, हरियाणा से फरियाद सिंह, अश्विनी कुमार, चौधरी जगदीश पटेल, अनुराग आग्नेय, अनूप कुमार, बरेली से प्रकाशित प्रजापति सम्मान पत्रिका के सम्पादक सुरेन्द्र प्रजापति आदि ने भी अपने विचार साझा किया।
इस मौके पर दिवाकर प्रजापति, सुरेश पाल सिंह, कन्हैया लाल कश्यप, चन्द्रशेखर प्रजापति, सुमन मौर्या, कुन्ती देवी, सरोजनी देवी, ललिता, जय देवी, रहमान अली सहित अन्य मौजूद रहे.