योगी राज में नीम – हकीम खतरे की जान बने झोला छाप हॉस्पिटल

गाज़ीपुर/उत्तर प्रदेश:(एकरार खान)ख़बर गाज़ीपुर से है जहां आज उत्तर प्रदेश में जहां योगी सरकार बेहतर स्वास्थ सुविधाओ को जन जन तक पहुचाने के लिए दिन रात एक किए हुए है, वही जनपद गज़ीपुर में बिना रजिस्ट्रेशन के फर्जी अस्पताल झोला छाप डॉक्टरों की देख रेख में बिना किसी डर के संचालित हैं, और इनका निशाना बना रहे हैं गरीब और मध्यमवर्गीय परिवार के मरीज, अब इसे विभागीय अधिकारियों की लापरवाही कहें या कुछ और, शासन की ओर से लाख कवायद के बाद भी फर्जी नर्सिंग होम व अस्पतालों पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। इससे एक तरफ जहां तथाकथिक चिकित्सक भोली भाली जनता को लूटने के लिए इन दिनों गज़ीपुर सदर क्षेत्र के नन्दगंज क्षेत्र में दर्जनों फ़र्ज़ी हॉस्पिटलों में मरीज तो भर्ती रहते है, लेकिन उन्हें देखने के लिए कोई डॉक्टर मौजूद नहीं रहता है, डॉक्टर के नाम पर झोला छाप चिकित्सक मरीज़ों का इलाज के नाम पर मोटी रकम वसूल रहे हैं। ताजा मामला नन्दगंज पश्चिम रेलवे क्रासिंग का है जहाँ नंदिनी हॉस्पिटल में जब मीडिया की टीम पहुँची तो हॉस्पिटल में 5-6 मरीज ऑपरेशन के भर्ती थे और कोई भी ट्रेंड मेडिकल स्टाफ और चिकित्सक मौके पर मौजूद नहीं था। जानकारी करने पर पता चला कि इन अस्पतालों के न कोई रजिस्ट्रेशन है और न ही कोई जिम्मेदार चिकित्सक है, ये सारे मरीज़ दलालों के माध्यम से यहां झोला छाप चिकित्सको के देख रेख में भर्ती कराए जाते हैं और इलाज के नाम पर इनसे धीरे धीरे करके मोटा पैसा वसूल किया जाता है। फिलहाल नोडल चिकित्साधिकारी गज़ीपुर डॉ संजय कुमार ने भी पुष्टि किया कि इन अस्पतालों के रजिस्ट्रेशन नहीं है, हम जांच कर करवाई करेंगे।