एक करोड़ सात लाख 21 हजार के मामले में अपराध अनुसंधान संगठन लखनऊ के अधिकारियों ने महोबा से एक को किया गिरफ्तार।

महोबा/उत्तर प्रदेश:(संवाददाता इसराईल कुरैशी)–जनपद महोबा के शाहपहाड़ी गांव निवासी बृजनंदन राजपूत ने वर्ष 2012 में बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा महोबा से फर्जी दस्तावेज लगाकर डंपर खरीदने के लिए एक करोड़ सात लाख 21 हजार रुपये स्वीकृत कराया था। स्वीकृत धनराशि को कानपुर की एक मोटर्स एजेंसी के खाते में जमा किया गया। जिसका उपयोग डंपर खरीद में किया जाना था लेकिन आरोपी ने वाहन एजेंसी के मालिक से मिलीभगत कर बैंक से भेजी गई धनराशि अपने खातें में ट्रांसफर करा ली और डंपर नहीं खरीदा। मामले में शहर कोतवाली में आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज हुआ था। मामले की विवेचना आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन लखनऊ को सौंपी गई थी। जांच में पाया गया कि आरोपी बृजनंदन राजपूत ने अन्य सहयोगियों और एजेंसी से मिलकर कूटरचित अभिलेखों का प्रयोग कर बैंक से ऋण स्वीकृत कराया। जिसके बाद लखनऊ से आए सेक्टर प्रभारी हबीब उल हसन ने आरोपी बृजनंदन राजपूत को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। इस बड़ी कार्रवाही के बाद से बैंकों से धोखाधड़ी कर ऋण स्वीकृत कराने वालों में खलबली मची है।