March 15, 2025

रामपुर में उर्दू की प्रसिद्ध शायरा डा0 शगुफ्ता ग़ज़ल पूर्व एल आई यू अधिकारी, यू पी पुलिस, की पुस्तक ” शगुफ्ता नवाज़ी” का विमोचन समारोह साक्षर एजुकेशनल ट्रस्ट द्वारा किया गया

 रामपुर में उर्दू की प्रसिद्ध शायरा डा0 शगुफ्ता ग़ज़ल पूर्व एल आई यू अधिकारी, यू पी पुलिस, की पुस्तक ” शगुफ्ता नवाज़ी” का विमोचन समारोह साक्षर एजुकेशनल ट्रस्ट द्वारा किया गया

रामपुर/उत्तर प्रदेश:(संवाददाता आफाक अहमद)–आज इंपैक्ट कॉलेज ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, रामपुर में उर्दू की प्रसिद्ध शायरा डा0 शगुफ्ता ग़ज़ल पूर्व एल आई यू अधिकारी, यू पी पुलिस, की पुस्तक ” शगुफ्ता नवाज़ी” का विमोचन समारोह साक्षर एजुकेशनल ट्रस्ट द्वारा किया गया जिसमे डा० शगुफ्ता ग़ज़ल की कला और जीवन विषय पर विद्वानों ने अपने अपने विचार व्यक्त किए। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता दिल्ली उर्दू अकादमी के पूर्व उप चेयरमैन उर्दू के विश्व प्रसिद्ध शायर डा० माजिद देवबंदी की।


डा० माजिद देवबंदी ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में डा शगुफ्ता ग़ज़ल के साथ साथ “शगुफ्ता नवाज़ी” के संपादक डा० एस फजीलत को भी बधाई दी। उन्होंने कहा कि डा० शगुफ्ता ग़ज़ल ने जिस तरह से नौकरी के साथ साथ साहित्य की खिदमत की वह काबिले तारीफ़ है। उनके व्यक्तित्व को एक वाक्य में परिभाषित किया जाए तो कहा जा सकता है कि वो एक सभ्य, विनम्र, गंभीर व्यक्तित्व, विश्वसनीय एवं सभ्य स्वर कवयित्री के रूप में हमारे सामने आती हैं।


मुख्य अतिथि फखरुद्दीन अली अहमद मेमोरियल कमेटी के पूर्व उप चेयरमैन डा० हसन अहमद निजामी ने कहा कि वर्तमान में ऐसी शायरा कम ही दिखाई देती हैं जो नौकरी के साथ साथ ग़ज़ल को ना सिर्फ समय दिया बल्कि नियमित रियाज़ करते हुए दोनों में संतुलन बनाए रखा।


प्रोफ़ेसर डा० शरीफ़ अहमद कुरैशी ने कहा कि डा० साहिबा की बहुआयामी व्यक्तित्व, साहित्यिक अभिरुचि और कृतियों की प्रचुरता को देखकर सुखद आश्चर्य होता है और रश्क का बोध हुए बिना रहा नहीं जाता।


सैय्यद शकील गौस ने डा० शगुफ्ता ग़ज़ल को अद्वितीय और विशिष्ट शयरा करार दिया और मुझे पूर्ण विश्वास है कि भविष्य में वह उत्कृष्ट रचनात्मक कार्य करेंगी। राजकीय रज़ा स्नातकोत्तर महाविद्यालय के उर्दू विभागाध्यक्ष प्रो० डा मोहम्मद अरशद रिज़वी ने कहा कि उनकी कविताओं में हृदयस्पर्शी सरलता है। राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय की उर्दू विभागाध्यक्ष डा० रजिया परवीन ने कहा कि डा० शगुफ्ता ग़ज़ल साहिबा की कविताओं को पढ़ने का मौक़ा मिला। वह ग़ज़ल के अर्थ और शैली तथा प्रचलित विषयों से भली-भाँति परिचित हैं और उनका प्रयोग करने की शालीनता भी रखती हैं। एस फजीलत, डॉ० सुलतान अहमद सैफी चेयरमैन इम्पैक्ट कॉलेज ने भी डॉ० शगुफ्ता ग़ज़ल को बधाई दी और कहा कि उर्दू अदब के लिये डॉ० शगुफ्ता जैसी शख़्सियत की सख़्त ज़रूरत है। नदीम राई ने भी अपने विचार व्यक्त किए।


डा० शगुफ्ता ग़ज़ल ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आज मुझे जो सम्मान मिला है उसे जीवन भर याद रखूंगी। मैं उन सभी विद्वानों का ह्रदय से आभार व्यक्त करती हूं जिन्होंने अपने अपने विचार व्यक्त किए तथा इस कार्यक्रम में उपास्थि हुए।


डा अलिफ नाजिम ने इस कार्यक्रम का बेहतरीन अंदाज़ में संचालन किया। आखिर में इस कार्यक्रम के संयोजक फैसल शाह खान एडवोकेट ने सभी धन्यवाद व्यक्त किया।
इस अवसर पर असरार अहमद , मोहम्मद जुबैर शम्सी, डा मोहम्मद क़ासिम, सरताज अहमद एम०डी० इम्पैक्ट कॉलेज, डा आरफा मसूद, रज़ा नक़वी, आयशा अनवर के साथ साथ बड़ी संख्या में लोग उपस्थि थे।

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