March 15, 2025

पलिया में पटरी दुकानदारों के जीवन यापन पर गहराया संकट, अधिकारी और रखवाले बनें मौन

 पलिया में पटरी दुकानदारों के जीवन यापन पर गहराया संकट, अधिकारी और रखवाले बनें मौन

लखीमपुर खीरी:(ब्यूरो रिपोर्ट)-पलिया नगर में अतिक्रमण और साफ सफाई के लिए जो परेशानियां उत्पन्न हो रही है उसमें कहीं ना कहीं विभागों की भी अनदेखी है जिस तरह से लोग सड़क के किनारे बैठ कर जीवन यापन करने के लिए दुकाने रखकर उल्लंघन करने की श्रेणी में आते हैं तो इसमें भी छींटाकशी करने वाले लोग कई तरह की परिभाषा का इस्तेमाल करते हुए सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफार्मों पर बढ़-चढ़कर बयान बाजी करते हैं ।

जबकि देखा जाए तो एक मात्र पलिया की यह समस्या नहीं है यह तो पूरे प्रदेश तथा भारत की समस्या है लेकिन इस समस्या को सुधारने के लिए ना तो कोई विभाग आगे आकर इन पटरी दुकानदारों के साथ खड़ा होता है और ना ही जनप्रतिनिधि इन दुकानदारों की आवाज बनते हैं जबकि नगर के पटरी दुकानदार भी अपना व अपने पूरे परिवार का पेट पालने के लिए इस उल्लंघन का हिस्सा बन जाते हैं लेकिन कभी कोई उनके दुखते रख पर हाथ धर के पूछे कि क्या वहां उल्लंघन कोई अपराध की श्रेणी में आता है।

तो विभागों का भी जवाब होगा नहीं लेकिन सोशल मीडिया और कुछ अराजक तत्वों ने जीवन यापन करने वाले पटरी दुकानदारों को अपराधियों की श्रेणी में गिनती करने लगे हैं यही नहीं उन अराजक तत्वों के फर्जी बहकावे के कारण कई सम्मानित पदों पर बैठे अधिकारी कर्मचारी और जनप्रतिनिधि भी इसका शिकार हो जाते हैं और हजारों की तादाद में बैठे पट्टी दुकानदारों के खिलाफ आवाज बुलंद हो जाती है एक तरफ केंद्र और राज्य सरकार पटरी दुकानदारों का ख्याल रखते हुए योजनाओं के तहत उनको अपने पैरों पर खड़ा करने का काम कर रही है लेकिन नगर में बैठे कुछ अराजक तत्व सोशल मीडिया का सहारा लेकर नगर के अधिकारी और नगर वासियों को भ्रमित करने के लिए अभियान चला रहे हैं।

इससे एक बात तो साफ है कि जो दो वक्त की रोटी कमाने के लिए जीवन यापन कर रहे हैं उसको कहीं ना कहीं अराजक तत्वों ने अपराध की श्रेणी में धकेलने की साज़िश रच रहे हैं अब देखना होगा कि शासन प्रशासन ऐसे तमाम अराजक तत्वों को चिन्हित कर आखिर कब कार्रवाई करेगा जिससे सोशल मीडिया का सहारा लेकर चला रहे भ्रमित खबरें और कई जगह पर अपराधिक घटनाओं में भी अराजक तत्वों का बढ़-चढ़कर नाम लिया गया है। लेकिन हाथ पर हाथ धरे प्रशासन ऐसे लोगों पर कार्रवाई करने में असमर्थ दिखाई दे रहा है।

गरीब दुकानदारों नगर के नगर के वरिष्ठ नागरिक ने उठाई आवाज।

परिसर के गेट के बाहर दोनों ओर नालियों पर कंप्यूटर संचालकों आदि के खोखे स्थाई रूप से रखे हुए हैं, जिसकी वजह से मुख्य सड़क से 10 फीट की जगह छोड़ पाना शायद संभव नहीं हो पा रहा है। चर्चा में आया है कि प्रशासन चिंतित होकर इस समस्या पर विचार कर उन्हें भी रोजी रोटी कमाने के लिए कहीं उचित स्थान प्रदान करने के बारे में सोच रहा है ।

मेरी समझ में तहसील परिसर के भीतर पूर्वी किनारे पर लोक निर्माण विभाग की बाउंड्री के किनारे किनारे काफी स्थान पड़ा है, जो उपयोग में नहीं आ रहा है ।उसी बाउंड्री वॉल के बाहरी दक्षिणी किनारे पर लोहे का एक गेट भी लगा हुआ है, जिसमें ताला लगा रहता है ।यदि प्रशासन इनकी मदद करना चाहे, तो तहसील परिसर के भीतर पूर्वी किनारे पर पीडब्ल्यूडी चहार दीवारी के किनारे किनारे इन्हें अस्थाई रूप से खोखे रखने देकर जीवन यापन करने की व्यवस्था की जा सकती है।

इसके लिए तहसील अधिकारी नियमानुसार जो भी उचित किराया चाहें, इन दुकानदारों से वसूल कर तहसील की आय में भी इजाफा कर सकते हैं। जैसे तहसील प्रांगण में दुकानें देकर किया जा रहा है।

Bureau