महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में चिकित्सा सुविधाओं को और बेहतर बनाया जाना जिला प्रशासन की प्राथमिकता, बिचौलियों का मेडिकल कॉलेज कैंपस में प्रवेश वर्जित, पकड़े जाने पर होगी सख्त कार्यवाही

झांसी/उत्तर प्रदेश/संवाददाता सुनील जैन:–
महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में चिकित्सा सुविधाओं को और बेहतर बनाया जाना जिला प्रशासन की प्राथमिकता, बिचौलियों का मेडिकल कॉलेज कैंपस में प्रवेश वर्जित, पकड़े जाने पर होगी सख्त कार्यवाही,ओपीडी,आईपीडी और आकस्मिक विभाग के आसपास सीसीटीवी कैमरे किए जाएं स्थापित ताकि बिचौलियों को चिन्हित किया जा सक, सीसीटीवी कैमरे एवं कम से कम 15 दिन का स्टोरेज वाला सिस्टम लगाते हुए कंट्रोल रूम स्थापित किए जाने के निर्देश,कंट्रोल रूम में अच्छी छवि वाले अधिकारी की होगी तैनाती, जिससे बिचौलिए सहित अन्य असामाजिक तत्वों की निगरानी एवं कार्यवाही की जा सके,पूर्व में दिए गए निर्देशों की अवहेलना करने पर होगी संबंधित पर कड़ी कार्यवाही:- जिलाधिकारी
जिलाधिकारी श्री रविंद्र कुमार ने माननीय उप मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश शासन श्री बृजेश पाठक जी द्वारा दिनांक 08 अप्रैल 2023 को जनपद भ्रमण के दौरान प्रेस वार्ता तथा मेडिकल कॉलेज भ्रमण के समय बड़ी संख्या में मीडिया बंधु एवं अन्य संभ्रांत जनों ने मेडिकल कॉलेज कैंपस में बिचौलियों द्वारा ग्रामीण क्षेत्र से आए गरीब मरीजों को बहला - फुसलाकर बाहर निजी अस्पतालों में इलाज हेतु ले जाने की जानकारी प्राप्त हुई थी, जो किसी भी दशा में स्वीकार नहीं की जाएगी। इसे प्रत्येक दशा में रोका जाना सुनिश्चित किया जाए
जिलाधिकारी ने बताया कि उक्त तरह की शिकायत पूर्व में भी आ चुकी है और तत्कम में मेरे द्वारा मौखिक निर्देश दिए गए थे कि मेडीकल कालेज अस्पताल में जितने भी आने-जाने के प्रवेश द्वार हैं, वहाँ से ओ.पी.डी., आई.पी.डी., आकस्मिक विभाग आदि जहाँ पर मरीजों का आना-जाना रहता है, के प्रवेश द्वार तक सी.सी.टी.वी. कैमरे स्थापित किया जाये जिससे ऐसे तत्वों का चिन्हांकन हो सके, जिनका मेडीकल कालेज के चिकित्सकों एवं स्टाफ के पास प्रायः आना-जाना लगा रहता है परन्तु वो न तो कॉलेज में तैनात हैं और न ही मरीज या उसके परिजन हैं। तद्नुसार उनसे पूछताछ कर आवश्यक कार्यवाही किया जाए।
परंतु उक्त निर्देशों के बावजूद कई माह बाद पुनः मा.उप मुख्यमंत्री जी के समक्ष मीडिया बन्धुओं द्वारा वही समस्या के बारे में अवगत कराना कहीं न कहीं मेडीकल कालेज प्रशासन की कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह लगाता है, यह स्थिति किसी भी दशा में स्वीकार योग्य नहीं है। उन्होंने ताकीद करते हुए कहा कि यदि अभी तक किसी बिचौलिया पर कार्यवाही की गई है, तो ऐसी सूचना सांझा करें, क्योंकि ऐसा प्रतीत होता है कि उक्त बिचौलियों की मेडिकल कॉलेज के स्टाफ से मिलीभगत है तभी इन बिचौलियों पर प्रभावी कार्यवाही नहीं की गई। यदि अब भी इस घटना को संज्ञान में नहीं लिया गया तो मेडिकल कॉलेज के चिकित्सक एवं स्टाफ पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
मा. उप मुख्यमंत्री जी के प्रस्थान के पश्चात् मेरे द्वारा स्वयं मौके पर भ्रमण करके पुनः वहीं निर्देश दिए गए। साथ ही साथ मौके पर से ही अपर नगर आयुक्त, नगर निगम से दूरभाष पर वार्ता कर जनपद के आई.सी.सी.सी. के सी.सी.टी.वी. कैमरा संबंधी तकनीकी विशेषज्ञ को इस कार्य में आवश्यक तकनीकी सहयोग प्रदान करने हेतु निर्देशित किया गया और उन्हें आपसे समन्वय करके मौके का संयुक्त भ्रमण करने हेतु भी निर्देशित किया गया। उक्त के दृष्टिगत आपसे अपेक्षा की जाती है कि मेडीकल कालेज कैम्पस में पर्याप्त संख्या में सी.सी.टी.वी. कैमरा एवं कम से कम 15 दिन का स्टोरेज वाला सिस्टम जल्द से जल्द लगाया जाय और इस हेतु एक कण्ट्रोल रूम भी स्थापित किया जाए, जिसमें एक अच्छी छबि वाले अधिकारी/ कार्मिक की तैनाती कर ऐसे तत्वों की निगरानी की जाए और बिचौलियों पर प्रभावी कार्यवाही कर समस्या का निस्तारण कराया जाये।
जिलाधिकारी श्री रविंद्र कुमार ने पुनः मेडिकल कॉलेज के चिकित्सक एवं स्टाफ को कड़े शब्दों में निर्देशित किया कि किसी भी दशा में बाहरी बिचौलियों को कैंपस में न आने दिया जाए और दूरदराज क्षेत्र से आए मरीजों का बेहतर से बेहतर इलाज उन्हें मुहैया कराया जाए। इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।