देव ऋषि नारद जयंती के उपलक्ष में मनाया गया हिंदी पत्रकारिता दिवस

बिजनौर:(आसिफ मंसूरी)- बिजनौर विश्व संवाद केंद्र बिजनौर के तत्वावधान में नारद जयंती का कार्यक्रम नगर स्थित डीएवी कॉलेज में मनाया गया। कार्यक्रम में पत्रकारिता से जुड़े वरिष्ठ जनों का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। कार्यक्रम में वर्तमान समय में पत्रकारिता के बदले स्वरूप पर विस्तृत चर्चा की गई। जनपद भर के पत्रकार उपस्थित रहे। कार्यक्रम में प्रांत सह प्रचार प्रमुख अनिल त्यागी जी ने कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन किया।
आरएसएस के प्रांत सह प्रचार प्रमुख अनिल त्यागी ने नारद जयंती के उपलक्ष में हिंदी पत्रकारिता दिवस मनाते हुए मुख्य अतिथि के रूप में अपने संबोधन में कहा नारद मुनि पत्रकारिता के जनक व ब्रह्मांड के पहले पत्रकार थे।उन्होंने कहा देवर्षि नारद जी का प्राकट्य पर्व हिन्दू धर्म ग्रंथों के अनुसार ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की द्वितीया को मनाया जाती है।
वह ब्रह्मांड की कुशलता को विभिन्न लोकों में यात्रा करते थे। वह विष्णु भगवान के परम भक्तों में से एक है। पृथ्वी, आकाश और पाताल की सभी सूचनाएं देवी देवताओं को प्रेषित करते थे। साथ ही उनकी सूचनाओंं से कभी किसी का अनहित भी नहीं हुआ।उन्होने मानव कल्याण को मन की गति से सूचनाओं का आदान प्रदान किया। उन्होंनेे कहा आज के पत्रकार को नारद जी के जीवन सेेे प्रेरणा ले समाज हित की खबरें को प्रकाशित करने की आवश्यकता आन पड़ी हैै। ऐसी खबरोंं का प्रकाशन हो जिससे समाज में नकारात्मक शक्तियां सक्रिय न हो जाए।
वर्तमान परिस्थितियों में बदला पत्रकारिता का स्वरूप: पंकज भारद्वाज
नारद जयंती के उपलक्ष में आयोजित कार्यक्रम में वक्ता के रूप में वर्तमान परिस्थितियों में पत्रकारिता की दशा व दिशा विषय पर बोलते हुए जनपद के वरिष्ठ पत्रकार व पब्लिक इमोशन के संपादक पंकज भारद्वाज ने कहा पत्रकारिता अपने मूल स्वरूप से भटक गई है। सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव में खबरों को तोड़ मरोड़ कर फॉरवर्ड करने की प्रवृत्ति से भ्रामकता परोसी जा रही है। क्षेत्रीय पत्रकारिता को जीवित रखने के लिए अच्छे लोगों का आगे आने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि ईमानदार पत्रकार के सामने आज अपने अस्तित्व को कायम रखने के लिए बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। पूर्व में जो पत्रकारिता हुई है उसमें प्रकाशित अखबारों से भाषा और विश्वसनीयता का बोध होता था। आज पत्रकारिता का व्यवसायीकरण हुआ है। जिसमें पत्रकार लेबर के रूप में कार्य कर रहा हैं। एक सच्चे पत्रकार पक्षकार बन कर कार्य न करे और अपनी लेखनी पर मंथन करने की आवश्यकता है।
अध्ययन से की जा सकती है प्रभाव युक्त पत्रकारिता: भोलानाथ
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे भोलानाथ त्यागी ने कहा पत्रकार को अध्ययन से जुड़ने की जरूरत है।पत्रकार का परिचय उसकी भाषा शैली व लेखनी से ही होता है। उन्होंने कहा पत्रकार प्रमाणिकता की पुष्टि के बाद ही खबर का प्रकाशन करे। हमारा कलम द्वेष भावना में ना चले। मंथन करें कि कहीं हम किसी को अनजाने में नुकसान तो नहीं पहुंचा रहे। पत्रकारों को इस विषय पर आत्ममंथन करने की जरूरत है।एक सच्ची पत्रकारिता से समाज की दशा व दिशा बदलती है।
कार्यक्रम में जनपद के वरिष्ठ पत्रकार राजनारायण कौशिक, रजनीश त्यागी, अनुज चौधरी, अवनीश गौड, अजीत चौधरी, राजकुमार, विजेंद्र चौधरी, हरवीर कुमार , नितिन कुमार, नीरज पाल, पुनीत गोयल, नरेंद्र मारवाड़ी सहित आरएसएस के वरिष्ठ स्वमसेवक मयंक मयूर, विश्व हिंदू परिषद के प्रांत सह प्रचार प्रमुख पत्रकार ललित जोशी, सह जिला प्रचार प्रमुख डॉ.विदित चौधरी, नगर प्रचार प्रमुख देवेन्द्र पाल चीनू, सह नगर प्रचार प्रमुख अनुराग मेहरोत्रा आदि बड़ी संख्या में पत्रकार व संघ के कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ जिला सह प्रचार प्रमुख विदित चौधरी के गण गीत व अतिथियों के देव मुनि नारद जी के चित्र पर दीप प्रज्वलित कर किया गया। कार्यक्रम का संचालन जिला प्रचार प्रमुख अजय पाल सिंह ने किया!