September 19, 2025
Breaking

पिता आर्थिक तंगी से पढ़ाई छूटने का दर्द बया की ज्ञानती त्रिपाठी

 पिता आर्थिक तंगी से पढ़ाई छूटने का दर्द बया की ज्ञानती त्रिपाठी

चित्रकूट/उत्तर प्रदेश:(संवाददाता इरफान खान)–चित्रकूट मानिकपुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत सकरौहा निवासी ब्राह्मण परिवार पप्पू त्रिपाठी के आंख में आंसू और परिवार की चिंता जी हां यह दर्द भरी दास्तां है। पप्पू त्रिपाठी जो इस समय टीवी से ग्रसित है जीवन की आर्थिक तंगी ने इस कदर घुटनों पर ला दिया है की दो टाइम का भोजन भी नसीब नहीं हो रहा है। मकान जर्जर अवस्था में है वह कभी भी धराशाई हो सकता है पन्नी के सहारे इस तरह के ठंड में गुजारा कर रहा है। गरीब परिवार ने कहा शायद हमें सरकार ब्राह्मण होने की सजा दे रही हैं अगर आज हम भी अदर कास्ट के होते तो शायद हमें भी आवास मिल जाता।

कर्जे में दवा परिवार

बीमारी की तंगी होने के कारण उपचार कराने में परिवार ने कमी नहीं छोड़ी और जीवन भर की कमाई उसी में खपा दी पप्पू त्रिपाठी के तीन भाइयों की बीमारी कारण पहले ही मृत्यु हो गई है अब पप्पू की भी बीमारी में हालत खराब है । पिता ने जमीन गिरवी रख कर बेटो का इलाज कराया इसके बाद 2020 में उनकी मृत्यु हो गई है। पप्पू की मां ने बताया पूरा परिवार घुटनों पर आ गया है सब कुछ लुट चुका है अब तो लाखों रुपए का कर्ज भी है कंगाली से उबरने के लिए मदद की गुहार अब प्रशासन और सरकार से लगाई है।

सवाल पूछने पर पप्पू त्रिपाठी की मां के टपकने लगे आंसू

बेटे से इस संबंध में बात की गई तो मां के दोनों के आंसू टपकने लगे कहा तीन बेटे खो चुकी हैं चौथा बेटा जिंदगी और मौत से जूझ रहा हालत बहुत खराब है जमीन गिरवी रख कर बच्चों का दवा कराया लेकिन बच्चों की जिंदगी नहीं बचा पाई अब तो हालात ऐसे हैं की हम लोगों के खाने तक के लाले पड़ रहे हैं। राशन भी मिलता था लेकिन गांव से अधिक दूरी पर राशन बांटने के कारण किराया भाड़ा ना होने पर राशन भी छूट जाता है पहले गांव में मिलता था जिससे राशन मिल जाता था अब तो वह भी नसीब नहीं है।

पिता आर्थिक तंगी से पढ़ाई छूटने का दर्द बया की ज्ञानती त्रिपाठी

मानिकपुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत सकरौहा पप्पू त्रिपाठी की बेटी जो कक्षा आठ की पढ़ाई कर रही थी लेकिन पिता की आर्थिक स्थिति अच्छी ना होने के कारण सरकारी स्कूल से किताबें तो मिल गई लेकिन कॉपी , पेन ना होने के कारण बेटी ज्ञानती त्रिपाठी छोड़ी पढ़ाई ज्ञानती त्रिपाठी को अपनी पढ़ाई छूटने का दर्द नाम आंखें पूरा हाल बयान कर देती हैं ज्ञानती ने कहां पढ़ लिखकर मैं भी इंजीनियर बनना चाहती हूं लेकिन पिता की आर्थिक तंगी के कारण शायद मेरा सपना सपना ही रह जाएगा। ज्ञानती ने कहा शायद हम लोग ब्राह्मण हैं इसीलिए हमारी कोई मदद नहीं कर रहा।

सरकारी योजनाएं ज्ञानती त्रिपाठी के परिवार से दूर

पिता के पास गरीबी रेखा का राशन कार्ड है लेकिन गरीबों के नाम पर बनी सरकारी योजनाएं ज्ञानती के घर की चौखट से दूर है। गरीब परिवार को ना प्रधानमंत्री आवास नाही मुख्यमंत्री आवास योजना का लाभ मिला इतना ही नहीं पप्पू त्रिपाठी की छोटी बेटी का पैसे के अभाव मे आज तक नहीं बन सका आधार कार्ड न ही सरकारी स्कूल में हो सका दाखिला।

ब्राह्मणों के हितों की बात करने वाले कहां गए संगठन?

ब्राह्मणों का संगठन बनाकर ब्राह्मणों के हितों की बात करने वाले कहां गए ब्राह्मण संगठन या फिर संगठन के आड़ में कर रहे सौदेबाजी?

एक गरीब ब्राह्मण परिवार जिसकी हालत इतनी बद से बदतर है कि वह दो टाइम का भोजन भी नसीब नहीं है बच्चों की पढ़ाई वंचित है इसके बाद भी ब्राह्मण परिवार कि कोई मदद नहीं कर रहा है कहां गए ब्राह्मणों के ठेकेदार?

क्या सिर्फ ब्राह्मण संगठन बनाकर राजनीतिक रोटी सेक रहे हैं ब्राह्मण संगठन?

PUBLISH BY KTH NEWS NETWORK

https://kuchtohai.in