June 24, 2025

प्रवासी पंक्षियों के संरक्षण और ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिय तीन दिवसीय “बर्ड फेस्टिवल” का सरकार के मंत्री ने फीता काटकर किया शुभारंभ, बुंदेलखंड की पहली टेंट सिटी भी बनाई गई

 प्रवासी पंक्षियों के संरक्षण और ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिय तीन दिवसीय “बर्ड फेस्टिवल” का सरकार के मंत्री ने फीता काटकर किया शुभारंभ, बुंदेलखंड की पहली टेंट सिटी भी बनाई गई

माहोबा/उत्तर प्रदेश:(संवाददाता इसराईल कुरैशी):बुंदेलखंड के महोबा जिले में प्रवासी पंक्षियों के संरक्षण और ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिय “यूपी नेचर एंड बर्ड फेस्टिवल” का शुभारंभ वन्यजीव एवं पर्यावरण राज्यमंत्री डॉ अरुण कुमार ने फीता काट कर किया । उद्घाटन की पूर्व संध्या में रंगा, रंग कार्यक्रम का आगाज किया गया था और झील के किनारे एक पांच सितारा टेंट सिटी को भी बसाया गया है जिसमे प्रवासी पंक्षियों को देखने आने वाले पर्यटक रुकेंगे ।

वीडियो, फोटो में देखिए ,, हजारों किलो मीटर का हवाई सफर तय कर के महोबा के विजय सागर पक्षी विहार में किलकारियां करने आने वाले प्रवासी पंक्षियों को , हर साल जाड़े के मौसम में हजारों लाखों की तादाद में यह पक्षी महोबा जिले में आते है इन्ही प्रवासी पंक्षीयो के संरक्षण करने, ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए वन विभाग ने यह बर्ड फेस्टिवल का आयोजन किया गया है । महोबा की झीलों में विदेशों से आने वाले पंक्षियों में मुख्य रूप से क्रेन, साइबेरियन क्रेन, शुरखाब, सीक पर, लाल सर करोल, नकता , मतामर, पंकौआ , पनडुब्बी , जल मुर्गी, घोघिला , अंधा बगला, सारस, दोख, चमटा आदि शामिल है ।


तीन दिवसीय वर्ल्ड फेस्टिवल के सातवें संस्करण की मेजबानी महोबा कर रहा है। जिसके तहत राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के फोटोग्राफर सहित टूर ऑपरेटर्स और सैलानी महोबा में है। जिनके ठहरने के लिए सभी सुविधाओं से युक्त टेंट सिटी बनाई गई है। महोबा आने वाले देशी और विदेशी साइबेरियन पक्षियों की चहचहाहट के बीच उत्तर प्रदेश सरकार के वन पर्यावरण राज्य मंत्री डॉ अरुण कुमार ने फीता काटकर फेस्टिवल का शुभारंभ किया है। इस दौरान अलग-अलग विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी को देखकर बुंदेलखंड की कला और हस्तशिल्प की भी जमकर सराहना की गई। एक जनपद एक उत्पाद के तहत मंडल के सभी जनपदों की प्रदर्शनी लगाई गई तो वहीं वन विभाग द्वारा चित्र प्रदर्शनी लगाकर नेचर के विभिन्न पहलुओं को भी दर्शाया है। उत्तर प्रदेश के अति पिछड़े महोबा को ईकोटूरिज्म में बढ़ावा देने के लिए सरकार की पहल की जमकर प्रशंसा हो रही है। खुद वन पर्यावरण राज्यमंत्री डॉ अरुण कुमार बताते हैं कि महोबा की तस्वीर और तकदीर बदलने का काम उत्तर प्रदेश सरकार करने जा रही है। यह बड़ा मौका है कि बर्ड फेस्टिवल की मेजबानी महोबा कर रहा है। इसके बाद से टूर ऑपरेटर्स ग्रुप राष्ट्रीय ,अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को लाने का काम करेंगे जिससे न केवल महोबा का विकास होगा साथ-साथ रोजगार की संभावनाएं भी बढ़ जाएंगी। बीती रात बुंदेलखंड विधा के राई नृत्य सहित बुंदेली गायन का कार्यक्रम भी आने वाले सैलानियों के लिए किया गया तो आज ओपन स्टेज के माध्यम से बुंदेली सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित हुए हैं। बर्ड फेस्टिवल के जरिये महोबा को टूरिज्म के क्षेत्र में विकसित करना है। इस मौके पर सरकार के मंत्री ने कहा की चंदेल कालीन धरोहर सहित यहां के तालाब और जंगल को संवारना ही सरकार का मकसद है ताकि यहां पर टूरिज्म को बढ़ावा मिले। चिड़ियों की चह-चाहट के बीच तालाबों पानी की आवाज लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करें इसके लिए काम किया जा रहा है।

महोबा शहर में पांच बड़ी झीलें है जिनमे बहुत बड़ी तादाद में विदेशों से तमाम प्रजातियों के प्रवासी पंक्षी आते है । खूब सूरत और दिलकश दिखने वाले इन प्रवासी पंक्षियों को देखने के लिए दूर दूर से लोग आते है । इस बर्ड फेस्टिवल के आयोजन में डीएफओ नरेंद्र कुमार ने बताया कि यह फेस्टिवल क्यों किया गया है । इस बर्ड फेस्टिवल से महोबा जिले में पशु , पंक्षी प्रेमियों को और पर्यटकों को बहुत सुविधाएं मिलेंगे और महोबा देश के नक्शे में अलग दिखाई देगा । बर्ड फेस्टिवल के साथ ही महोबा जिले के विजय सागर पंक्षी विहार में झील के किनारे एक पांच सितारा टेंट सिटी भी बनाई गई है जिसमे पक्षी देखने आने वाले पर्यटक अब होटलों के बजाय इस टेंट सिटी में रुक कर सुबह सुबह पंक्षियो की चहचहाट का आनंद ले सकेंगे ।

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