August 13, 2025

उपनिबन्धक कार्यालय में भ्रष्टाचार पर भाकियू किसान का उग्र प्रदर्शन

 उपनिबन्धक कार्यालय में भ्रष्टाचार पर भाकियू किसान का उग्र प्रदर्शन

भाकियू किसान ने किया कार्यालय का घेराव

सुधरने की दी चेतावनी,अन्यथा बैठेंगे अनिश्चित कालीन धरने पर

किशनी/मैनपुरी:(दिलनवाज)–भारतीय किसान यूनियन(किसान) के कायर्कतार्ओं ने तहसील स्थित उपनिबन्धक कार्यालय के बाहर भृष्टाचार और रिश्वतखोरी के खिलाफ जमकर नारेबाजी और प्रदर्शन कर कार्यालय का घेराव किया। किसानों का कहना था कि यहां मौजूद सब रजिस्ट्रार की देखरेख में किसानों के साथ जमकर धन की लूट की जारही है।


बुधवार को भा0कि0यू0किसान के करीब आधा सैकडा पदाधिकारी तहसील प्रभारी उमेश पाण्डेय की अगुआई में तहसील प्रांगण पहुंचे और सब रजिस्ट्रार के खिलाफ नारेबाजी करते हुये उपनिबन्ध कार्यालय की ओर बढने लगे।

सभी किसान रजिस्ट्रार कार्यालय के बाहर जाकर बैठ गये और कार्यालय में वसीयत,बैनामा तथा विवाह पंजीकरण के समय की जाने बाली धन की अबैध लूट के खिलाफ नारेबाजी की और सभी को रिश्वतखोरी तथा भृष्टाचार करने से बाज बाने की चेतावनी दी। उमेश पाण्डेय ने पत्रकारों से बात करते हुये कहा कि सब रजिस्ट्रार ने कार्यालय में करीब आधा दर्जन अपने खास प्रायवेट लोगों को काम पर लगा रखा है। उन्होंने बताया कि उनको लोगों ने बताया है कि यहां पर सौ रूपये डीजल के लिये,दो सौ रूपये चन्दा केएएक परसेन्ट रजिस्ट्रार के लिये बसूला जाता है।

इसके अलाबा भी जितने कर्मचारी हैं वह भी अपने अपने काम के पैसे लेते हैं। इसके बाद कई फर्जी बैनामा लेखक जिनके परिजनों के रजिस्ट्रेशन किसी दूसरी तहसील में हैं और वह यहां आते भी नहीं हैं उनके फर्जी हस्ताक्षर पर बैनामा किये जाते हैं। यही फर्जी बैनामा लेखक उपभोक्ता को ज्यादा स्टाम्प का डर दिखाकर रजिस्ट्रार से मिलकर स्टाम्प चोरी कराते हैं जिसके एवज में उनको मोटी रकम मिलती है। यदि कोई बैनामा धारक पकडा जाता है तो उसकी रिश्वत वापस नहीं होती वल्कि उसे कई गुना जुर्माना भी भरना पडता है। तहसील प्रभारी ने कहा कि यूनियन की मांग है कि फर्जी बैनामा लेखकों द्वारा लिखे बैनामे मंजूर न किये जायें।

कुछ बैनामा लेखकों जिनके नाम वह डीएम के समक्ष खोलेंगे के एक साल पूर्व तक किये गये बैनामों की जांच की जाय। तथा रजिस्ट्रार द्वारा रिश्वतखोरी कर अर्जित की गई आय से अधिक सम्पत्ति की भी जांच की जाय। तहसील प्रभारी ने कहा कि कुछ दिन पूर्व भी एक कर्मचारी को शादी के पंजीकरण के लिये रिश्वत लेते पकडा जिसका वीडियो वायरल हुआ था। शिकायत के बाद एडीएम राम मिश्रा ने एफआईआर का भरोसा दिया था। पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई। उन्होंने कहा कि यदि रिश्वतखोरी के मामले में उच्चाधिकारी इसी प्रकार ढिलाई बरतेंगे तो भृष्टाचार पर लगाम कैसे लगेगी।

इस मौके पर शिवाकान्त दुबे,रमन यादव,नीरज यादव,सोनू दुबे,कौशल शाक्य,गौरव चौहान,जितेन्द्र प्रजापति,अतुल पाठक,रामबीर प्रजापति,राहुल जाटव, शिबानू पाण्डेय,सर्वेश प्रजापति,पवन कुमार,प्रमोद जाटव,सुरेन्द्र शाक्य,रनवीर यादव,लल्लनदुबे,अहिवरन सिंह,लटूरीलाल,दिनेश कुमार सहित आघा सैकडा से ज्यादा किसान मौजूद थे।

Bureau