August 9, 2025

पुलिस मस्त आबकारी पस्त,जगह जगह बिक रही अवैध शराब

 पुलिस मस्त आबकारी पस्त,जगह जगह बिक रही अवैध शराब

यह अवैध कच्ची शराब सिटी सर्किल के कई थाना क्षेत्रों में खुलेआम बेची जाती है लेकिन पुलिस और आबकारी विभाग केवल कर्तव्य के नाम पर खानापूर्ति कर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर लेती है

शहर से लेकर गांव तक फैला मौत का कारोबार, आबकारी लाचार

झांसी/उत्तर प्रदेश:(संवाददाता सुल्तान आब्दी)– अवैध शराब का गोरखधंधा जनपद में खूब फल फूल रहा है| महानगर की गलियों से लेकर गांव तक इसका जाल फैला हुआ है| इस अवैध शराब का कारोबार महानगर के विभिन्न स्थानों सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भी अवैध शराब का कारोबार पैर पसार चुका है।वहीं कच्ची शराब के बनाने में खतरनाक पदार्थों का उपयोग किया जाता है। जिसकी मात्रा अधिक होने पर यह कभी भी जान पर भारी पड़ जाती है| इसी वजह से अवैध शराब का सेवन करने के बाद शरीर में फैले नशे के प्रभाव से आये दिन शराबी आत्महत्याए कर रहे हैं| जबकि अधिकांश शराब पीने वाले अपना स्वास्थ्य खराब करते हुए परिवारजनों को प्रताड़ित करने का कार्य करते हैं।जिससे वह बीमार होकर चिकित्सकों की शरणागत हो रहे हैं| यदि यही आलम रहा तो जनपद सहित महानगर में कभी भी बड़ी वारदात होने से नहीं रुक सकती है| परंतु जिम्मेदार अधिकारी एवं विभाग इसको अनदेखा कर रहे हैं| जो प्रशासनिक एवं आम जनमानस के लिए हितकर नहीं हो सकती है| आबकारी विभाग को कच्ची शराब बनाने वाले एवं विक्रय स्थलों पर रस्म अदायगी नहीं सख्त से सख्त कार्यवाही किये जाने की जरूरत है| जनपद के ग्रामीण इलाकों में अवैध शराब की बिक्री गांव के बाहर की जाती है लेकिन शहरों व महानगर में स्थित इसके उलट हैं| महानगर की पॉश कॉलोनी मानी जाने वाली बस्तियों में भी इसे बेचा जा रहा है| अवैध शराब का निर्माण करने वाले एवं बिक्री करने वालों का आवकारी तथा पुलिस मोहकमें के साथ याराना संपर्क बना रहता हैं|बताया जाता है जिससे अवैध शराब बिक्री स्थलों पर रहने वाले पीड़ितों द्वारा की गई शिकायतों पर कोई कार्यवाही अमल में नहीं लाने से अवैध शराब के कारोबारियों के हौसले बुलंद हैं|और वह शिकायत कर्ताओं को धमकाते हुये अपना मुंह बंद रखने अथवा खतरनाक अंजाम भुगतने का फरमान सुनाते रहते हैं| इसलिए मरता क्या नहीं करता की तर्ज पर पीड़ित लोग इसको सहन करते रहते हैं| सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिले में करीब डेढ़ दर्जन स्थानों पर बड़ी संख्या में अवैध शराब का निर्माण किया जाता है।इस अवैध शराब की काफी स्थानों पर बिक्री की जाती है अधिकतर डेरो पर अवैध शराब निर्माण कबूतरा जाति के पुरुषों द्वारा किया जाता है जबकि की बेचने की जिम्मेदारी महिलाओं और बच्चों पर होती है। आवकारी विभाग से जनमानस की अपेक्षा है कि वह अवैध शराब के काले खेल को रोकने के लिए रस्म अदायगी नहीं कर निष्ठा पूर्वक कार्यवाही करें।

PUBLISH BY KTH NEWS NETWORK

https://kuchtohai.in