August 10, 2025

ईद उल अजहा (बकरीद) 10 जुलाई को मनाई जाएगी: मौलाना खालिद रजा नूरी

 ईद उल अजहा (बकरीद) 10 जुलाई को मनाई जाएगी: मौलाना खालिद रजा नूरी

भोंगाव/मैनपुरी:(दिलनवाज)–मुसलमानों के प्रमुख त्यौहारों में से एक ईद-उल-अजहा अरबी महीने जिलहिज्जा की दसवीं तारीख को मनाया जाता है। देश में ईद-उल-अजहा यानी बकरीद का त्योहार दस जुलाई को मनाय जाएगा।बकरीद पर मुसलमान जानवरों की कुर्बानी देते हैं और दुनियाभर में ये त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है। बकरीद को बकरा ईद, ईद-उल-अजहा भी कहा जाता है. बकरीद रमजाम महीना खत्म होने के करीब 70 दिन बाद मनाया जाता है. बकरीद को मुख्य रूप से कुर्बानी के त्योहार के रूप में मनाया जाता है।

कहा जाता है कि बकरीद के दिन ही हजरत इब्राहीम अल्लाह को अपनी सबसे प्यारी चीज यानी अपने बेटे को कुर्बान करने चले थे, लेकिन अल्लाह ने उनकी ईमानदारी देख उनके बेटे की जगह बकरे को रख दिया था, इसलिए बकरीद के दिन को फर्ज-ए-कुर्बानी का दिन माना जाता है. इस दिन आमतौर पर भेड़ या बकरी की बलि (कुर्बानी) दी जाती है और बलि(कुर्बानी) देने के बाद उसका गोश्त तीन समान हिस्सों में बंटता है।

इस दिन मटन बिरयानी, चपली कबाब, मटन पाया, मटन कोरमा, भूना गोश्त, हलीम, शाही टुकड़ा, फिरनी, खीर और सेवई जैसे कई लजीज पकवान घर-घर में बनाए और खाए जाते हैं। वही ईद की नामज़ को लेकर जामा मस्जिद व ईदगाह इमाम मौलाना ख़ालिद रज़ा नूरी ने प्रशासन का हवाला देते हुए बताया कि इस बार ईद उल जुहा की नमाज ईद उल फित्र की नमाज़ की तरह केवल ईदगाह परिसर के अंदर ही अदा की जाएगी पहले की तरह इस बार ईदगाह परिसर के बाहर नमाज़ अदा करने की इज़ाज़त प्रशासन ने इस बार नही दी है।

मौलाना ख़ालिद रज़ा नूरी ने लोगो से अपील की है । क़स्बे की बड़ी मस्जिदों में नमाज़ का एहतमाम करें। और उन्होंने कहा ईदगाह परिसर में ईद उल जुहा की नमाज़ का समय 7:30 मिनट रखा गया है। तो वही जामा मस्ज़िद में ईद उल जुहा की नामज़ का समय 7:45 मिनट रखा गया है। वही बड़ा बाजार स्थित सराय खा वली मस्जिद में ईद उल जुहा की नमाज़ का समय 8:00 बज़े रखा गया।

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