तेंदुआ में डीएम ने लगाई चौपाल, पराली न जलाने का दिलाया संकल्प

अफसरों से बोले तेंदुआ के किसान …. साहब न पराली जलाइब न जलावय देईब
लखीमपुर खीरी/उत्तर प्रदेश:(चांद मियां)– गुरुवार की दोपहर डीएम महेंद्र बहादुर सिंह तहसील व ब्लाक लखीमपुर के ग्राम तेंदुआ पहुंचे, जहां उन्होंने परिषदीय विद्यालय में ग्रामीणों से संवाद कर पराली जलाने के दुष्प्रभाव बताएं। इस दौरान एसडीएम सदर श्रीमती श्रद्धा सिंह, तहसीलदार सुशील प्रताप सिंह सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।
चौपाल को संबोधित करते हुए डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने त्योहारों के सकुशल संपन्न होने पर ग्रामीणों को बधाई देते हुए कहा कि आप सभी का आने वाला कल अच्छा हो। पराली/फसल अवशेष खेतों में जलाने के कारण पर्यावरण को होने वाले नुकसान व भूमि की उर्वरा शक्ति के निरंतर क्षति के दृष्टिगत शासन व राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण द्वारा पराली/फसल अवशेष खेत में जलाने पर कड़े प्रतिबंध लगाए है, तथा मा. सर्वोच्च न्यायालय ने प्रकरण को गंभीरता से लिया है। साथ ही शासन/एनजीटी द्वारा दो एकड़ से कम रकबे पर पराली जलाने पर दो हजार पांच सौ रुपए, 02 से 05 एकड़ रकबे पर पराली जलाने पर पांच हजार तथा 05 एकड़ से अधिक रकबे पर पराली जलाने पर 15 हजार का जुर्माना अधिरोपित किया है।
डीएम ने पराली/फसल अवशेष को जलाने के दुष्प्रभाव बताए। किसान न पराली जलाएं ना ही दूसरे को जलाने दें। खेत में आग लगाते ही सेटेलाइट के जरिए पकड़ में आ जाएंगे। उन्होंने पराली प्रबंधन के संबंध में कई उपाय भी बताएं। कंबाइन मशीन संचालक पराली ना जलाए जाने के संबंध में खेत स्वामी की लिखित सहमित लिए बिना उस खेत मे कटाई नही करेगें। शासन-प्रशासन किसानों के हितों की रक्षा करते हुए पूरे जनपद में मा. न्यायालय एवं एनजीटी के नियमों का अनुपालन सुनिश्चित करा रहा है, इसलिए पराली ना जलाकर प्रशासन को पूरा सहयोग करें। पर्यावरण को सुरक्षित रखना हम सबकी समेकित जिम्मेदारी है। चौपाल के बाद तेंदुआ के ग्रामीणों ने अफसरों के समक्ष कहा कि …. साहब न पराली जलाइब न जलावय देईब।
……बालक शिवांश से डीएम ने बात
चौपाल में मौजूद 12 वर्षीय शिवांश नाम के एक बालक से चौपाल के बाद डीएम ने बुलाकर काफी देर तक बातचीत की। चौपाल में बताई बातों के संबंध में जानकारी ली। डीएम ने बड़े ही दुलार से उसकी पठन-पाठन सहित परिवार के अन्य सदस्यों के बारे में जानकारी ली। डीएम ने शिवांश से कहा कि वह गांव के अन्य लोगों को भी चौपाल में दिए गए संदेश की जानकारी दे।
गांव-गांव चौपाल लगाकर ग्रामीणों से संवाद, प्रशासन पराली न जलाने का दे रहा संदेश
गाँव-गाँव मुनादी से जा रही सूचना
डीएम महेंद्र बहादुर सिंह के निर्देश पर पूरे जिले में सीडीओ, एडीएम, एसडीएम-तहसीलदार विभिन्न तहसील क्षेत्रों के अलग-अलग गांव में चरणबद्ध चौपाल के जरिए पराली के दुष्प्रभाव बताकर फसल अवशेष/पराली ना जलाने का संकल्प दिला रहे है। तय रणनीति के मुताबिक गांव-गांव में मुनादी के माध्यम से भी लोगों को फसल अवशेष एवं पराली न जलाए जाने के संबंध में सूचना दी जा रही है।