जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार माँदड़ ने जिला चिकित्सालय का औचक रूप से किया निरीक्षण

रामपुर/उत्तर प्रदेश:(आफाक अहमद खान)–जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार माँदड़ ने जिला चिकित्सालय का औचक रूप से निरीक्षण करके डेंगू के संक्रमण से प्रभावित मरीजों के उपचार के लिए चिकित्सालय में कराए गए प्रबंध और व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
जिलाधिकारी ने चिकित्सालय परिसर पहुंचकर दवा वितरण कक्ष में दवाओं की उपलब्धता के बारे में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक और वहां तैनात कर्मचारियों से जानकारी प्राप्त की साथ ही कहा कि डेंगू सहित विभिन्न प्रकार की बीमारियों से प्रभावित लोगों के स्वास्थ्य उपचार में कोई कमी न रहे इसके लिए यह जरूरी है कि सभी दवाओं की चिकित्सालय में पर्याप्त उपलब्धता होनी चाहिए इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही न की जाए।
जिलाधिकारी ने डेंगू वार्ड में पहुंचकर मरीजों और उनके साथ आए हुए तीमारदारों से चिकित्सालय में प्रदान की जा रही स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में पूछा।
मरीजों और उनके तीमारदारों ने सकारात्मक जवाब देते हुए कहा कि उनका उपचार बेहतर तरीके से किया जा रहा है तथा प्रतिदिन दो बार डॉक्टरों की टीम द्वारा उनके स्वास्थ्य की मॉनिटरिंग भी कराई जाती है। उन्होंने मरीजों से उनके गांव में साफ सफाई की स्थिति के बारे में भी पूंछा।
जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को निर्देशित किया कि किसी भी स्वास्थ्य कर्मी द्वारा मरीजों के साथ दुर्व्यवहार जैसी घटनाएं सामने नहीं आनी चाहिए।
स्वास्थ्य कर्मी मरीजों के साथ अच्छा व्यवहार करें तथा यह सुनिश्चित करें कि अस्पताल में मरीजों को बेहतर चिकित्सीय सुविधाएं उपलब्ध हों।
निरीक्षण के दौरान एक महिला ने जिलाधिकारी से दिव्यांग प्रमाण पत्र जारी न होने के बारे में शिकायत की जिस पर जिलाधिकारी ने तत्काल मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को निर्देशित किया कि वे परीक्षण के उपरांत नियमानुसार प्रमाण पत्र जारी कराएं।
उन्होंने कहा कि पूर्व में विकसित किए गए कोविड वार्ड को अब डेंगू वार्ड के रूप में विकसित कर लिया जाए ताकि डेंगू संक्रमण की वजह से यदि मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी होती है तो उन्हें भर्ती करने और उपचार करने के दौरान किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक से कहा कि वे चिकित्सालय परिसर में भी नियमित रूप से साफ सफाई एवं एंटी लारवा दवाओं का छिड़काव कराते रहें ताकि मरीजों को किसी भी प्रकार की समस्या न हो साथ ही यह भी सुनिश्चित करें कि डॉक्टर एवं अन्य स्टाफ की वार्डों में नियमित रूप से तैनाती रहनी चाहिए ताकि मरीजों की देखभाल बेहतर तरीके से हो सके।
जिलाधिकारी के निरीक्षण के दौरान अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व श्री हेम सिंह और नगर मजिस्ट्रेट श्री सत्यम मिश्र भी मौजूद रहे।