नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के अंतर्गत सामुदायिक सहयोगियों/प्रभावशाली लोगों के लिए गुरुवार को जनपद स्तरीय अभिमुखीकरण हुआ

एटा/उत्तर प्रदेश:( संवाददाता हर्ष द्विवेदी)–नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के अंतर्गत सामुदायिक सहयोगियों/प्रभावशाली लोगों के लिए गुरुवार को जनपद स्तरीय अभिमुखीकरण हुआ। इसमें भ्रांतियों के कारण नियमित टीकाकरण से वंचित बच्चों के अभिभावकों को समझाकर शत-प्रतिशत टीकाकरण कराने में सहयोग देने वाले समाज के 50 प्रभावशाली लोगों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
उन्हें यह सम्मान, मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) डॉक्टर अवधेश कुमार बाजपेई, मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) डॉ उमेश कुमार त्रिपाठी, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी (डीआईओ) डॉ राम सिंह, संयुक्त राष्ट्र बाल आपातकोष (यूनीसेफ) के रीजनल समन्वयक खालिद सरफुद्दीन, जिला मोबलाइजेशन समन्वयक (डीएमसी) आलोक वर्मा ,एस एम ओ डब्ल्यूएचओ, यूएनडीपी ने सम्मानित किया।
कार्यक्रम का आयोजन यूनीसेफ और स्वास्थ्य विभाग की ओर से हुआ। , मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) डॉक्टर अवधेश कुमार बाजपेई ने समुदाय में फैली भ्रांतियों को दूर कर शत-प्रतिशत टीकाकरण कराने में सहयोग करने का प्रयास करने के लिए संयुक्त राष्ट्र बाल आपातकोष (यूनीसेफ) तथा स्वास्थ्य विभाग की टीम की प्रशंसा की। साथ समुदाय के उन प्रभावशाली लोगों का भी आभार जताया जिन्होंने किसी गलत धारणा के वशीभूत होकर टीकाकरण का विरोध करने वालों को टीकाकरण के पक्ष में तैयार करवाने में भूमिका निभाई।
उन्होंने कहा कि इसी तरह से सभी के प्रयास के चलते आज देश से पोलियो का पूरी तरह से उन्मूलन हो गया है। ऐसे ही हेपेटाइटिस का टीका लगा जाए तो बच्चे की स्वास्थ्य व्यवस्था मजबूत हो जाए। जिलाधिकारी कहा कि आज हम बहुत ही दूषित वातावरण में जी रहे हैं। अक्सर नए-नए वायरस स्वास्थ्य के लिए चुनौतियां पैदा कर रहे हैं। बच्चों को समय से सारे टीके लग जाएंगे तो उनका भविष्य स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों से मुक्त रहेगा।
कि कोई भी बड़ा लक्ष्य बिना समाज के हर लोगों को साथ लिए पूरा नहीं किया जा सकता है। समाज में फैली बीमारियों पर आप सबके सहयोग से विजय पाई जा सकती है। इस वर्ष 50 लोग जुड़े। आगे और 50 लोग। ऐसे हमारी ताकत बढ़ती रहेगी और स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों को हरा सकेंगे।
सीएमओ डॉ उमेश कुमार त्रिपाठी ने समाज के प्रभावशाली लोगों से टीकाकरण का विरोध करने वालों को टीकाकरण के पक्ष में तैयार करवाने के लिए सहयोग मांगा जिससे कि शत-प्रतिशत टीकाकरण की राह आसान हो और समाज जटिलताओं से भरी बीमारियों से मुक्त रहे। यूनीसेफ के रीजनल कोआर्डिनेशन (आरसी) खालिद सुफुद्दीन ने कोविड वायरस पर विजय पाने में टीकाकरण की भूमिका बताते हुए यह जताने का प्रयास किया कि उस समय लोगों की जान बचाने में टीकाकरण की भूमिका लोग देख चुके हैं। तब लोग टीका लगवाने के लिए माध्यम की तलाश कर रहे थे। यदि बच्चे के जन्म से लेकर पांच साल तक यदि सात टीके लग जाएं तो बच्चे की बुनियाद मजबूत हो जाएगी और 12 जानलेवा बीमारियों से बचाव हो सकेगा।