जिला झाँसी के तहसील गरौठा का अवैध खनन में प्रथम स्थान, विभागीय अधिकारी नाकाम,सत्ताधारी कर रहे सरकार का नाम बदनाम

झांसी/उत्तर प्रदेश:(संवाददाता सुल्तान आब्दी)– उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की मंशा है कि कहीं भी अवैध प्रकार का कार्य नहीं होने देंगे अवैध कार्य करने वालों को स्थान सलाखों के पीछे होगा परंतु जब सत्ताधारी नेताओं का ही सब्र टूट जाए और अवैध तरीके से खनन करने का मन बना ले तो कहीं ना कहीं अधिकारी भी मजबूर हो जाते हैं मामला तहसील गरौठा का है !गरौठा चारों ओर से नदियों से घिरा हुआ है तो खनन होना स्वभाविक है बस अंतर इतना है कि पहले ट्रैक्टरों से खनन होता था अब निजी भूमि के नाम पर छोटा सा पट्टा करा कर मशीनों के माध्यम से गांव के गांव खोदे जा रहे हैं और रात दिन ट्रकों से बालू बाहर भेजी जाती है इन निजी भूमि पट्टा धारकों द्वारा एनजीटी के नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई गयी है , ना कोई सीसीटीवी कैमरे, ना कांटा,न ही स्कैनर लगाया गया निर्धारित गहराई से अत्याधिक अधिक मात्रा में खोदकर गहरे गहरे कुएं नुमा गड्ढे बना कर वहां की बालू बेची जा रही है ! अपना अपना बोर्ड लगाकर दुकानें सजाए बैठे है! खबरें प्रकाशित होती हैं विभागीय टीम जाती है गिनी चुनी गाड़ियां पकड़कर औपचारिक कार्यवाही भी की जाती है तहसील गरौठा अंतर्गत ग्राम धमनोड मैं इन दिनों जिला झांसी में सबसे ज्यादा खनन हुआ है तस्वीरों में साफ दिखाई दे रहा है कि किस तरह पूरा गांव का गांव खोद कर फेंक दिया गया वहीं कई बार ओवरलोड एवं एनआर गाड़ियां भी पकड़ी गई और कार्यवाही भी हुई परंतु खनन करने वालों के हौसले बुलंद हैं!