उप जिलाधिकारी तहसील में कार्य संस्कृति विकसित करें :– जिलाधिकारी

उप जिलाधिकारी लीडरशिप देकर जन शिकायतों का प्रभावी निराकरण करायें:–अविनाश
बड़े बकायादारों से होगी वसूली की कायर्वाही
मैनपुरी:(दिलनवाज़)-– उप जिलाधिकारी, तहसीलदार तहसील में बैठकर कार्य न करें बल्कि तहसीलदार सप्ताह में 04 दिन, उप जिलाधिकारी सप्ताह में 02 दिन क्षेत्र का भ्रमण कर क्षेत्र में कम से कम 02-03 घंटे व्यतीत करें। भ्रमण के दौरान भूमि संबंधी विवाद, अविवादित फौती दर्ज, पैमाइश, सावर्जनिक भूमि पर अतिक्रमण, हटाए गए अनाधिकृत कब्जे का सत्यापन, संचालित गौशाला, क्रय केंद्र का निरीक्षण करें।
ग्रामवासियों से संवाद कर उनकी समस्याओं को जाने और उनका प्रभावी निराकरण करने की दिशा में कार्य करें। उप जिलाधिकारी, तहसीलदार तहसील में कार्य संस्कृति, कायर्प्रणाली सुधारें। सभी अधिकारी-कमर्चारी समय से उपस्थित हो, उप जिलाधिकारी, तहसीलदार, नायब तहसीलदार निधार्रित दिवस पर अपने न्यायालय में बैठकर वादों का निराकरण करें, 05 वर्ष से पुराने वादों की पत्रावलियों पर साप्ताहिक तिथि देकर उन्हें प्राथमिकता पर निवटाएं। विद्युत मुख्य देय, विविध देय, स्टांप एवं निबंधन, आबकारी, खनन के 10-10 बड़े बकायेदारों से उप जिलाधिकारी, तहसीलदार नेतृत्व देकर वसूली कराएं।
उक्त निर्देश जिलाधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह ने कर-करेत्तर एवं राजस्व कार्यो की समीक्षा के दौरान देते हुए राजस्व वसूली की खराब प्रगति पर तहसीलदार भोगांव, मैनपुरी, कुरावली, घिरोर, जिला आबकारी अधिकारी, वाणिज्य कर अधिकारी, अधिशासी अभियंता विद्युत का स्पष्टीकरण प्राप्त करने, बैठक से अनुपस्थित अधिशासी अधिकारी घिरोर को प्रतिकूल प्रविष्टि दिए जाने।
बैठक की सूचना उपलब्ध न कराने पर पटल सहायक का स्पष्टीकरण प्राप्त करने के निर्देश देते हुए उप जिलाधिकारियों से कहा कि अभियान चलाकर विद्युत, परिवहन, वाणिज्य कर, खनन, स्टांप एवं निबंधन की लंबित आर.सी. का मिलान कराकर 01 सप्ताह में वसूली की प्रगति सुधारें। प्रत्येक तहसील में एक लाख से अधिक के बकायेदारों की अलग-अलग पत्रावलियां बनाकर वसूली की जाए।
तहसीलदार, उप जिलाधिकारी डब्लू. बी. एन., ए.डब्ल्यू.बी.एन. की समीक्षा करें। अमीनो की भी वसूली की साप्ताहिक समीक्षा की जाये। जिन अमीनो द्वारा निधार्रित लक्ष्य के सापेक्ष वसूली न की जाए। उनके विरूद्ध प्रभावी कायर्वाही करें। अपर जिलाधिकारी राजस्व वसूली की तहसीलवार पाक्षिक समीक्षा कर वसूली की प्रगति सुधारें।
श्री सिंह ने मुख्य देय की वसूली की समीक्षा करने पर पाया कि वाषिर्क लक्ष्य के सापेक्ष अब तक 55 प्रतिशत की वसूली की जानी थी लेकिन तहसील भोगांव में 54 प्रतिशत, तहसील सदर में 52 प्रतिशत, तहसील कुरावली में 54 प्रतिशत की वसूली की गई है। विविध देय में भी वसूली की प्रगति बेहद निराशाजनक है।
विद्युत की लंबित आर.सी. के सापेक्ष तहसील सदर में मात्र 04 प्रतिशत, तहसील किशनी में मात्र 01 प्रतिशत की वसूली की गई है। जबकि तहसील भोगांव, करहल, घिरोर में विद्युत की आर.सी. का एक भी रु. की वसूली नहीं की गई है, स्टांप एवं निबंधन में भी तहसील घिरोर, कुरावली द्वारा 05-05 लाख रु. की लंबित आर.सी. के सापेक्ष कोई धनराशि नहीं वसूली गई है। इस पर असंतोष व्यक्त करते हुए उन्होंने संबंधित तहसीलदार को हिदायत देते हुए कहा कि नेतृत्व देकर राजस्व वसूली की प्रगति सुधारें। अभियान चलाकर बड़े बकायादारों से वसूली की जाए।
जिलाधिकारी ने सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि ओवरलोडिंग, डग्गेमारी किसी दशा में न हो, कोई भी अनाधिकृत वाहन सड़कों पर दिखाई न दे। उन्होंने जिला आबकारी अधिकारी से कहा कि निधार्रित लक्ष्य के सापेक्ष शत-प्रतिशत की पूतिर् सुनिश्चित करें।
किसी भी दशा में अवैध शराब की बिक्री न हो, अवैध शराब के कारोबार में संलिप्त व्यक्तियों के विरुद्ध प्रभावी कायर्वाही की जाए। संबंधित विभाग प्रवतर्न कार्य बढ़ाकर वसूली करें। उन्होंने कहा कि सभी उप जिलाधिकारी, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, एसओसी चकबंदी, चकबंदी अधिकारी दायरा के अनुसार वादों का निस्तारण करें। अपर जिलाधिकारी उप जिलाधिकारियों, तहसीलदारों, चकबंदी अधिकारियों के न्यायालयों का भ्रमण कर निस्तारित किए गए वादों की समीक्षा करें। उन्होंने उप जिलाधिकारियों से कहा कि पुराने वादों की पत्रावलियों पर लाल फ्लैग अंकित कर उन पर साप्ताहिक सुनवाई करें और उनका वास्तविक ढंग से नियमानुसार निराकरण करें।
जानकारी करने पर पाया कि तहसील मैनपुरी में 05 साल पुराने 46 एवं तहसील भोगांव में 05 साल पुराने 75 वाद अनिस्तारित है। उन्होंने बैठक में उपस्थित अधिशासी अधिकारी नगर निकाय को हिदायत देते हुए कहा कि गृहकर, जलकर व अन्य देयों की वसूली की प्रगति सुधारें। नेतृत्व देकर सफाई व्यवस्था में सुधार कराएं, प्रातः कालीन सफाई का स्थलीय भ्रमण कर फोटोग्राफ्स उपलब्ध कराएं। किसी भी सफाई कमीर् द्वारा कूड़ा न जलाया जाए, सुनिश्चित किया जाए।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी विनोद कुमार, अपर जिलाधिकारी राम जी मिश्र, उप जिलाधिकारी सदर, भोगांव, करहल, किशनी, कुरावली, नवोदिता शमार्, राज नारायण त्रिपाठी, आर.एन. वर्मा, जय प्रकाश, वीरेन्द्र कुमार मित्तल, राजस्व अधिकारी नरेन्द्र कुमार, प्रभारी निदेशक सामाजिक वानिकी एस.एन.मौर्या, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी सनिल द्विवेदी, प्रशासनिक अधिकारी हरेन्द्र कुमार, सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी, विभिन्न अनुभाग प्रभारी आदि उपस्थित रहे।